काशी विश्वनाथ में साल के पहले दिन 7 लाख से अधिक पहुंचे श्रद्धालु, बाबा का लिया आशीर्वाद
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में साल के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर प्रशासन बुधवार को 7.43 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। इतने श्रद्धालु सावन के किसी सोमवार को भी दर्शन-पूजन करने नहीं आए थे। 1 जनवरी 2024 को 7.14 लाख श्रद्धालु ही काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे।हर-हर महादेव शंभू काशी विश्वनाथ गंगे... का जयकारा लगाते हुए भक्तों की टोली नए साल के पहले दिन बाबा विश्वनाथ के दर्शन को पहुंची। सुबह से देर शाम तक गंगा के तट से मंदिर की चौखट तक डेढ़ किलोमीटर लंबी श्रद्धालुओं की कतार लगी रही।
मंदिर प्रशासन ने रात 11 बजे तक का आंकड़ा जारी किया तो रिकॉर्ड बन गया। पहली बार एक दिन में 7.43 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। वही साल के दूसरे दिन भी काशी विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए लोग आधी रात से लाइन में लगे हैं। भीषण सर्दी के बाद परिसर के अंदर रेलिंग फुल हो चुकी है। मंगला आरती के बाद दर्शन का सिलसिला जारी है। मंदिर न्यास ने भी सात से आठ लाख भक्तों के आने की संभावना जताई थी।
सुबह मंदिर के पुजारी श्रीकांत मिश्रा ने पट खुलने के बाद विधि विधान से बाबा का श्रृंगार किया। चंदन लेपन के बाद उनकी आरती उतारी और फूल माला चढ़ाए। बाबा को प्रिय वस्तुएं समर्पित करते हुए षोडशोपचार विधि से पूर्ण अभिषेक किया। आरती के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में नजर आई, इसके साथ ही आम श्रद्धालुओं के दर्शन भी शुरू कर दिए गए है। सुबह 6 बजे तक लगभग 50-60 हजार श्रद्धालु दर्शन पा चुके हैं, वहीं परिसर में एक लाख से अधिक श्रद्धालु कतार में लगे हैं। मंदिर के अलावा गंगा घाटों पर भी बड़ी संख्या में स्नान करने वालों की भीड़ है।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर में सारे इंतजाम किए गए। भीड़ के प्रबंधन के लिए सेवादारों को लगाया गया। शांतिपूर्ण ढंग से श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने 31 दिसंबर से ही आरती और सुगम दर्शन के टिकट की बुकिंग बंद कर दी थी। ऐसे में सभी श्रद्धालुओं ने सामान्य दर्शनार्थियों की तरह दर्शन-पूजन किया। दो जनवरी को भी चारों प्रहर की आरती, सुगम दर्शन और रुद्राभिषेक के टिकट की बुकिंग नहीं होगी।