आधी रात और... धू-धू कर खाक हो गई 200 गाड़ियां
डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तड़के 3 बजे आग पर पाया गया काबू, शॉर्ट सर्किट से हादसे की आशंका
आग ने खोली व्यवस्थाओं की पोल, कर्मचारियों का आरोप : आग बुझाने के लिए पार्किंग में नहीं थी फायर सेक्शनसर्विस
वाराणसी (रणभेरी सं.)। कैंट रेलवे स्टेशन के दो पहिया वाहन स्टैंड में अचानक आग लग गई। इसमें दो सौ से अधिक बाइकें जलकर खाक हो गईं। हादसे की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। सूचना मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ के जवान और फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़यिां मौके पर पहुंच गईं। सबने मिलकर बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया। हादसा आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे हुआ। मिली जानकारी के अनुसार बिजली के तार से निकली चिंगारी मोटर साइकिल पर गिरी और आग लग गई। देखते ही देखते वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के दो पहिया बाइक स्टैंड में आग फैल गई। बाइकें धू-धू कर जलने लगीं। थोड़ी ही देर में दो सौ से ज्यादा बाइकें जलकर खाक हो गईं। आग की लपटें उठती देख जीआरपी, आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं। सबने मिलकर बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पा लिया। जीआरपी कैंट प्रभारी हेमंत कुमार सिंह और एसआई धनंजय मिश्रा और आरपीएफ के प्रभारी संदीप यादव और उनकी टीम ने अथक प्रयास से अन्य वाहन को बचा लिया। घटना के बाबत उत्तर रेलवे के उच्चाधिकारियों ने भी जानकारी ली है। कैंट स्टेशन निदेशक अर्पित गुप्ता भी मौके पर पहुंचे।
कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू
कैंट रेलवे स्टेशन के दो पहिया स्टैंड में लगी आग इतनी भयानक थी कि लोगों को रेलवे स्टेशन पर स्थित यात्री आश्रय के रेलवे टिकट घर, जीआरपी थाने, आरपीएफ बिल्डिंग और प्लेटफार्म नंबर एक इसके पहुंचने की आशंका सताने लगी। आग पर काबू पाने के लिए जीआरपी, आरपीएफ और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने पूरी ताकत झोंक दी। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया लेकिन तब तक करीब दो सौ से ज्यादा बाइकें इसकी चपेट में आकर खाक हो चुकी थीं। इन बाइकों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। आग पर काबू पाकर स्टैंड में खड़ी दर्जनों अन्य बाइकों को बचा लिया गया है।
शार्ट सर्किट के चलते लगी आग
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के बाइक स्टैंड में लगी इस आग की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मोटरसाइकिल पर चिंगारी गिरी जिसने देखते ही देखते विकराल आग का स्वरूप ले लिया।
रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़
लपटें उठती देख यात्री दौड़कर पहुंचे। आग इतनी विकराल थी कि कोई भी आगे जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। देखते ही देखते करीब 200 दोपहिया वाहन जलने लगे और तेज धमाके साथ आग और और धुएं का गुबार स्टेशन पर छा गया। सूचना पर रात दो बजे दमकल की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस बार सभी बाइक को अलग-अलग चेक करके आग बुझाई गई।
रेलकर्मी बोले-पेट्रोल चोरी करते समय लगी आग
रेल कर्मचारियों ने पार्किंग संचालक पर वाहनों से पेट्रोल चोरी करने का आरोप लगाया। कहा- बाइक से पेट्रोल चुराते समय आग लगी होगी। पार्किंग में कई रेलकर्मियों ने अपने दोपहिया वाहन खड़े किए थे। उनका कहना था कि पार्किंग से अक्सर तेल चोरी की शिकायत की जाती थी।
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हो सकता है कि तेल चोरी के दौरान ही आग लगी हो। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए इस घटना से रेलकर्मियों को बड़ा नुकसान हुआ है। इसके लिए स्टेशन अधीक्षक से मिलेंगे और जीआरपी-आरपीएफ से भी कार्रवाई के लिए मांग करेंगे।
ये है पूरा घटनाक्रम
कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक की दोपहिया वाहन पार्किंग में शुक्रवार को 200 से अधिक बाइक खड़ी थी। रात 9 बजे एक बाइक में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। बाइक जलने लगी तो पार्किंग संचालक और आसपास के लोगों ने तुरंत पानी डालकर आग बुझाई। जिस बाइक में आग लगी थी उसका सीट कवर रात 1.30 बजे फिर सुलग उठा। पार्किंग संचालक सो रहा था। आग ने धीरे धीरे विकराल रूप ले लिया। तेज आवाज के साथ बाइकों की टंकियां फटने लगीं तो हड़कंप मच गया। पार्किंग संचालक ने पुलिस कंट्रोल रूम समेत जीआरपी-आरपीएफ को फोन किया और आग बुझाने में जुट गया।
सबसे अधिक रेल- कर्मियों के जले वाहन
सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगी आग प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से हुई है। लगभग 200 गाड़ियों के पूरी तरह जलने की बात सामने आई है,आग की चपेट में आए सर्वाधिक वाहन रेलकर्मियों के थे, वहीं अन्य कारणों का पता लगाया जा रहा है।
आग ने खोली व्यवस्थाओं की पोल
रेलवे कर्मचारियों ने आग लगने को लेकर बताया कि आग लगने के पश्चात फायर ब्रिगेड को सूचना दिया गया। रेलवे के पार्किंग में शॉर्ट सर्किट के बाद आग बुझाने के लिए कोई फायर सेक्शन मौजूद नहीं था। यदि फायर सेक्शन मौजूद रहता,तो आग लगते ही उसे बुझाया जा सकता था। फायर सेक्शन न होने के कारण फायर ब्रिगेड की टीम का इंतजार में कुछ ही समय में आग ने विकराल रूप ले लिया, यदि इसे पहले ही काबू पा लिया जाता, तो इतने बड़े स्तर पर रेलवे कर्मचारियों का वाहन आग की चपेट में नहीं आता। वही मौके पर मौजूद वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के जीआरपी के क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रताप सिंह ने बताया कि जीआरपी को जैसे ही आग की सूचना मिली वैसे ही राहत कार्य और आग बुझाने में जुट गई। मौके पर करीब 200 दो पहिया वाहन जल गए है। प्राथमिक दृष्टि से आग शॉर्ट सर्किट से लगी है,लेकिन रेलवे के अधिकारी इसकी जांच के बाद ही स्पष्ट कर पाएंगे। वही जीआरपी प्रभारी हेमंत कुमार सिंह ने बताया कि आस पास के वेंडर और कैंटिंग संचालकों से पूछताछ में बताया जा रहा है, कि बिजली के तार में शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लगी। आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।