मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान, तीन दिन बाद आएगी शीतलहर
उत्तरी राजस्थान
वाराणसी (रणभेरी): मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि 18 से 20 दिसंबर के बीच पंजाब, हरियाणा, और चंडीगढ़ में शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है। अगले तीन दिनों तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश या हिमपात की भी संभावना है। मौसम विभाग ने कहा, ऐसा इसलिए होगा क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है जो जम्मू और पड़ोस के ऊपर बन रहा है। एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पड़ोसी क्षेत्रों में बना हुआ है।
उसके बाद 20 दिसंबर तक इन इलाकों में उस विक्षोभ का असर ठंड अचानक से बढ़ा देगा, तब तक इन नम हवाओं के चलते धीरे-धीरे ठंड बढ़ती रहेगी। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि इधर बीते दो-तीन दिनों की तुलना में देखें तो तापमान बहुत नहीं गिरा है लेकिन उत्तरी-पश्चिमी छोर से आ रही नम हवाओं ने वातावरण में गलन बढ़ा दी है। इससे ठंड में धीरे-धीरे उत्तरोत्तर वृद्धि ही होती जाएगी।गुरुवार की सुबह 10 बजे तापमान 19 डिग्री सेल्सियस पर था, मौसम साफ है और सूर्य की किरणें अपनी पूरी प्रखरता से फैली हुई हैं। आसमान साफ होने से धुंध का प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं-कहीं ही हल्का-फुल्का नजर आया, भोर के समय। सूर्य निकलने के बाद वह साफ हो गया और दृश्यता तीन किमी तक रही।
बीएचयू के मौसम विज्ञाbrनी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 15 दिसंबर से 30 जनवरी तक का समय पश्चिमी विक्षोभों की श्रृंखला का होता है। इस दौर में लगभग 7-8 विक्षोभ एक के बाद एक आते रहते हैं। इनकी वजह से ठंड का दौर बढ़ता जाता है। अभी तक एक भी विक्षोभ इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा है। जेके तक पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ उम्मीद है तीन-चार दिनों में इधर अपना असर दिखाएगा। इसके बाद अन्य विक्षोभ भी मौसम को सर्द रंगत देंगे।
देश के पश्चिमोत्तर छोर पर स्थित पहाड़ों से आ रही नम हवाओं ने वातावरण में गलन बढ़ा दी है। दोपहर बाद से आसमान में बदली के असर ने सूर्य का ताप भी बेअसर कर दिया। उसी उत्तरी-पश्चिमी छोर पर पहुंच चुका पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों में पहुंच सकता है। विज्ञानियों का मानना है कि उसके पहुंचते ही संभवत: 19 दिसंबर से इस इलाके में तापमान काफी गिर जाएगा और सर्द हवाएं और भी कंपकंपाएंगी।