Mauni Amavasya 2025: काशी के गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्य की डुबकी, प्रशासन हाईअलर्ट
वाराणसी (रणभेरी): मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए वाराणसी के गंगा घाटों पर 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। लगातार उनके आने का सिलसिला जारी है। वहीं सीमा क्षेत्र पर ही वाहनों को रोक दिया गया है। गंगा स्नान के लिए सबसे ज्यादा श्रद्धालु अस्सी घाट, तुलसी घाट, केदारघाटी, दशाश्वमेध, राजघाट पर हैं। ये लोग रात से ही यहां पहुंच गए थे। स्नानार्थी मौन धारण कर उत्तरवाहिनी गंगा की अविरल धारा में डुबकी लगाकर पुण्य के भागी बन रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि गंगा स्नान से जन्म जन्मांतर के पापों और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है। पुलिस के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं।
बुधवार की भोर से ही भक्तों द्वारा स्नान, दान का सिलसिला जारी है। सुबह से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई है। स्नान-दान और अनुष्ठान के बाद लोग बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए निकले।
इसको लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्थाएं की गई है। सभी घाटों पर बैरिकेटिंग की गई है। बैनर पोस्टर के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है कि वह गहरे पानी में जाकर स्नान न करें। गंगा स्नान के लिए झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत और अन्य राज्यों से लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।वहीं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर ढाई लाख से अधिक भीड़ है। गोरखपुर, बलिया और सीवान बिहार से आने वाली ट्रेनें ठसाठस भरी हुईं हैं। ट्रेन के शौचालय तक में लोग बैठे हुए हैं। लोगों को बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है। हालात ऐसे हैं कि कई परिवार के लोग बिछड़ गए। परिवार के कुछ सदस्य ट्रेन में घुस गए, लेकिन अन्य सदस्य छूट गए। जो ट्रेन में घुसा वह बाहर नहीं आ पाया। यहां आरपीएसएफ, आरपीएफ, जीआरपी के जवान मुस्तैद हैं। साथ ही यात्रियों की भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए सभी 9 प्लेटफार्म पर लगे स्क्लेटर बंद कर दिए गए हैं।
वहीं अयोध्या में प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है। भीड़ को देखते हुए हाई अलर्ट कर दिया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस, सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तिराहे, चौराहों और घाटों पर तैनात किए गए हैं। अयोध्या में स्नान करने के लिए करीब 10 लाख लोग पहुंचे हुए हैं।
ज्योतिष के अनुसार, इस बार मौनी अमावस्या पर चार योग बने हैं। जबकि श्रवण नक्षत्र भी है। मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बना है। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभमाना जाता है। ऐसे में आज शिववास, सिद्धि, वृषभ गुरु और वज्र योग बना है। इस योग में काशी में स्नान, दान करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है।
मौनी अमावस्या पर मौन रखकर स्नान-दान करना चाहिए। ज्योतिषविद विमल जैन के अनुसार चावल, दूध, मिश्री, चीनी, खोवे से बने सफेद मिष्ठान, सफेद वस्त्र, चांदी और अन्य सफेद रंग की वस्तुएं दक्षिणा के रूप में देनी चाहिए। यदि ब्राह्मण को भोज न करवा सकें तो उन्हें भोजन सामग्री के साथ नकद द्रव्य देकर पुण्य लाभ प्राप्त करना चाहिए।