जानिए क्या है?- EVM बदलने का मामला...

जानिए क्या है?- EVM बदलने का मामला...
  • ईवीएम पर सियासी घमासान: ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर सपाइयों ने किया था प्रदर्शन
  • बोले जिलाधिकारी': जांच में मशीन का चुनाव से कोई संबंध नहीं 
  • मतदान वाले ईवीएम सीलबंद और सुरक्षित, 24 घंटे हो रही निगरानी, गड़बड़ी की बात अफवाह: निर्वाचन आयोग

वाराणसी (रणभेरी): पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर शुरू हुआ सपा का प्रदर्शन, नारेबाजी और हंगामा लगभग 8 घंटे बाद बुधवार अलसुबह 3:30 बजे शांत हुआ। जिन ईवीएम को लेकर सपाई सड़क पर उतरे थे, सभी प्रत्याशियों के सामने जांच में वह ट्रेनिंग से संबंधित निकलीं। इस बीच देर रात अनियंत्रित हुए सपाई गोलगड्?डा इलाके में सड़क से हट ही नहीं रहे थे तो पुलिस ने बल प्रयोग कर लाठियों के सहारे उन्हें खदेड़ा था। फिलहाल अब मतगणना स्थल से लेकर शहरभर में शांति है, मतगणना स्थल के साथ शहर के प्रमुख चौराहों पर फोर्स तैनात की गई है। 

वाहन बैरियर से टकराया तो शुरू हुआ हंगामा

पहड़िया स्थित मतगणना स्थल के बाहर सपाई ईवीएम की निगरानी के लिए बैठे थे। सपा नेताओं के अनुसार मंगलवार की शाम 5:30 बजे के लगभग स्ट्रांग रूम क्षेत्र से एक-एक कर चार वाहन निकले। एक वाहन बैरियर से टकरा गया तो आवाज सुनकर सभी उसके पास गए। सभी ने देखा कि उसमें ईवीएम लदी हुई थी। सपाइयों ने कहा कि वह शहर दक्षिणी विधानसभा की ईवीएम थी। शहर दक्षिणी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. नीलकंठ तिवारी हार रहे हैं। भाजपा नेतृत्व के इशारे पर उन्हें जिताने के लिए प्रशासन ईवीएम बदलवा रहा था। वहीं, डीएम कौशल राज शर्मा का कहना था कि वह ईवीएम अलग रखी हुई थी और मतदान कर्मियों की दूसरे राउंड की ट्रेनिंग के लिए यूपी कॉलेज ले जाई जा रही थी। हालांकि सपाइयों ने एक न सुनी और हजारों की संख्या में नारेबाजी करते हुए पहड़िया मंडी के सामने वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर जाम लगा दिए थे। इस दौरान वाहनों पर पथराव भी किया गया और गोलगड्?डा इलाके में भी सपाई सड़क पर उतर आए। सपा का प्रदर्शन देख कांग्रेस, बसपा और सुभासपा के नेता-कार्यकर्ता भी पहड़िया मंडी पहुंच गए थे। रात 3 बजे बरामद ईवीएम की जांच शुरू हुई और स्थिति स्पष्ट हुई तब जाकर 3:30 बजे के लगभग सभी शांत हुए। 

किसी ईवीएम का चुनाव से संबंध नहीं : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जिन 20 ईवीएम सेट को लेकर विरोध-प्रदर्शन चल रहा था उन सभी को कैंडिडेट के सामने जांच करके बक्से सील कराए गए। इसके साथ ही वह ईवीएम स्ट्रांग रूम परिसर से हटा दी गई हैं। जांच में सभी मशीन ट्रेनिंग की निकली। किसी भी मशीन का मुख्य चुनाव से संबंध नहीं पाया गया है। सभी कैंडिडेट और पार्टी पदाधिकारी पहड़िया मंडी से प्रस्थान कर गए हैं। उनके प्रतिनिधि जो शिफ्टवार ईवीएम की निगरानी के लिए बैठे हैं उन सबके लिए पंडाल की व्यवस्था की गई है। शांति और कानून व्यवस्था के मद्देनजर मंडी परिसर में सीपीएमएफ, पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं।

ईवीएम को लेकर बवाल करने वाले के खिलाफ दर्ज होगी एफआइआर

एडीजी जोन रामकुमार की कार और सिगरा पुलिस की जीप पर पथराव करने तथा चालक (सिपाही) पर हमला करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कराएगी। ऐसे में लोगों को पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे चिह्नित करेगी। इसके पांडेयपुर लालपुर पुलिस को निर्देशित किया गया है। पुलिस इस बिंदु पर ज्यादा फोकस कर रही है कि एडीजी की कार और सिगरा पुलिस की जीप पर पथराव करने में किसने उकसाया है। उनके खिलाफ भी पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी। 

नेताओं पर होगी पुलिस की नजर

पहाड़िया मंडी में बवाल के साथ विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी और सभी दलों के बड़े नेताओं पर पुलिस की नजर होगी। वहीं, खुफिया विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है। बुधवार को किसी ने विरोध-प्रदर्शन करने और माहौल खराब करने की कोशिश की तो पुलिस उनके साथ सख्ती से पेश आएगी। कमिश्नरेट पुलिस के सभी थाना और पुलिस चौकी प्रभारियों को नजर रखने का निर्देश दिया गया है। कहा है कि किसी भी हालत में जिले में माहौल खराब नहीं होना चाहिए।

बाहर से मंगानी पड़ी फोर्स

पहाड़िया मंडी में सपा, बसपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों के कार्यकतार्ओं के पहुंचने और उपद्रव करने के बाद भी जिला प्रशासन व कमिश्नेट पुलिस तमाशा देखती रही। पुलिस मंडी परिसर के साथ गेट पर माहौल बनाती रही और समर्थक तोडफोड़ करते रहे। इसकी सबसे बड़ी वजह थी कमिश्नरेट पुलिस के पास पर्याप्त फोर्स नहीं होना। स्थिति नियंत्रण करने के लिए बाहर से फोर्स मंगानी पड़ी। रात में बाहर से फोर्स आने पर अफसरों ने राहत की सांस ली। सीआरपीएफ के आने के साथ मंडी परिसर और बाहर छावनी में तब्दील हो गया।

आठ घंटे बंद रहा रास्ता, बाहर रोके वाहन

पहड़िया मंडी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल के बाद पांडेयपुर-आशापुर मार्ग करीब आठ घंटे बंद रहा। शाम छह बजे शुरू हुआ बहाल रात दो बजे तक चलता रहा। गाजीपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को आशापुर व पुराने आरटीओ के पास रोक दिया गया। इसी प्रकार पहडि?ा बेला मार्ग पर भी आने वाले वाहनों को रोक दिया गया। दूसरी तरफ पुलिस लाइन से आने वाले वाहनों को पांडेयपुर चौराहे पर रोक दिया गया है। सारंगतालाब और अशोक विहार कालोनी की तरफ से आने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया जिससे आसपास रहने वालों को काफी परेशानी हुई।

सपा कार्यकर्ता घायल

पहाड़िया में हंगामा के दौरान सपा कार्यकतार्ओं ने जमकर नारेबाजी की। काली मंदिर से लेकर पहाड़ियामंडी तक की सिर्फ कार्यकर्ता भरे रहे। पुलिस ने खदेड़ा तो पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसमें पुलिस की दो गाडि?ां क्षतिग्रस्त हो गईं। इसमें सपा कार्यकर्ता अजय साहू के सिर में चोट लगी। कार्यकतार्ओं ने तत्काल उसे अस्पताल भेजवाया। कहा, पुलिस की लाठी से कार्यकर्ता का सिर फट गया। इस दौरान अखिलेश यादव के आने की चर्चा ने जोर पकड़ा और भीड़ बढ़ने लगी।