काशी के पंडितो को दिन में तारे दिखा रहे कौशल गुरु

वाराणसी (रणभेरी): अब तो बहुत दिन हो गए काशीवास करते हुए अपने जिलाधिकारी मोहदय कौशल राज शर्मा जी को। इस लिहाज से काशी के धुरंधर ठलुओ ने डीएम साहब को गुरु की उपाधि से अलंकृत कर दिया है। वैसे तो आपको सच बताएं डीएम साहब को मिली यह डिग्री मानद नहीं है। उन्होंने जिस तरह से अपने उट-पटांग फैसलों से लंठ काशीवासियों को छकाया है। जिस तरह यहाँ के पंडितों को दिन में ही तारा मंडल का दर्शन कराया है, यह उपलब्धियां उन्हें इस महनीय संबोधन का हक़दार बनाती है।
आपको याद होगा कि बीते साल होली को इन्ही महाशय ने त्यौहार की जिस तरह रेढ़ मारी थी उसे भला कैसे भुलाया जा सकता है। पंडित जी लोग पोथी-पत्रा खोलकर अद्रा-भद्रा जोड़ते रह गए। गुरु ने ऐसी टंगड़ी मारी कि पर्व दो भागों में बंट गया। कहां तो तिथि मुहर्त का सामूहिक निर्णय होता। ज्योतिषियों के बीच आपस में ही रार फंस गई। इस बार भी राजा साहब ने रंगभरी एकदशी पर देव विग्रहों की नकाबपोशी कर के ने मिसाल कायम कर दी है।अब ताज़ा हाल यह है कि विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत परिवार व मंदिर के न्यासी आपस में कपर फोड़उवल कर रहे हैं और कौशल गुरु राम झरोखे बैठbके सबका मुजरा ले रहे हैं।