सीवर के मलजल से लिथड़ा बनारस
वाराणसी (रणभेरी)। अभी कुछ दिन पूर्व ही वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी दो दिन के प्रवास पर काशी आए हुए थे। जिले के आला अधिकारी से लेकर अदना कर्मचारी प्रधानमंत्री के आने जाने वाले रूट पर लगे हुए थे। पीएम के आने जाने वाले मार्ग की खूब सफाई की व्यवस्था की गई थी। सड़क से लेकर गली तक, गली से लेकर मुहाने तक चारों तरफ चमक ही चमक दिखाई दे रहा था। पूरे रास्ते भर कहीं कूड़े का एक तिनका भी नही गिरा हुआ दिखाई दिया लेकिन वही उनके जाने के एक-दो दिन बाद पूरे शहर का असली चेहरा उजागर हो गया। आज पूरा शहर सीवर जाम की दलदल में फंसकर रह गया है। शहर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जहां पर सीवर जाम ना हो, चाहे वह तिल भानडेश्वर महादेव का मंदिर, चाहे गौरी केदारेश्वर मंदिर जाने वाला मार्ग हो या गोस्वामी तुलसीदास की तपस्थली तुलसी घाट मार्ग हर जगह आपको सीवर जाम ही मिल जाएगा। सीवर जाम होने के कारण उसका मल-जल ओवरफ्लो हो के सड़कों पर बह रहा,है और उसी मल जल से होकर लोग आने जाने को मजबूर है। सड़क पर बह रहा मल-जल : शिवाला क्षेत्र में तो कूड़ा घर के पास तो स्थिति इतनी खराब हो गई है की पूछिए मत, सीवर जाम होने से सड़क पर मल जल बह रहा है। मल जल लगातर बहने से सड़क में गड्ढा हो गया है और इसी से होकर वाहन और राहगीर आने जाने को मजबूर है।
बाकी स्थानों की सफाई कब
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि प्रधानमंत्री के दो दिन के प्रवास के कारण अधिकारियों पूरे शहर की तरफ से अपना ध्यान हटाकर सिर्फ पीएम के जाने वाले मार्ग को ही साफ-सफाई कराई बाकी जगहों को भूल गए जिसका नतीजा है कि आज पूरा शहर सीवर की समस्या से परेशान हैं। शहर का कोई ऐसी गली, कोई ऐसा सड़क नहीं जहां पर सीवर का मल जल न बह रहा हो।