वरुणा के पुनरुद्धार में मदद करेगा इजरायल
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में अब इजराइल की तकनीक से वरुणा नदी को साफ किया जाएगा। आज मंगलवार को इजराइल दूतावास की टीम काशी हिंदू विश्वविद्यालय यानी BHU में दोपहर 1 बजे पहुंची। यहां पर जियोलॉजिस्ट प्रो. एनवी चलापति राव, पर्यावरणविद डॉ. कृपा राम और वैज्ञानिकों के साथ बैठक की। और वरुणा नदी का निरीक्षण किया। इजराइल दूतावास के राजनयिक व जल विशेषज्ञ डॉ. लियोर असफ और वरिष्ठ जल संसाधन विशेषज्ञ नीरज गहलावत ने वरुणा नदी में गिरने वाले प्रदूषण को देखा। टीम ने बताया कि भारत और इजराइल के बीच 2016 में जल को लेकर समझौता हुआ था। इस दौरान इजराइल की तकनीक से वरुणा को साफ करने का बीड़ा उठाया गया है।
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार इजराइल की नदियोें को साफ किया गया है। उसी प्रकार यहां की नदियों को साफ किया जाएगा।वरुणा के उद्गम स्थल फूलपुर प्रयागराज से लेकर वाराणसी सीमा तक का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई जगहों पर नाले गिरते हुए मिले और कई जगहों पर गंदगी नदी में जाते हुए दिखी। निरीक्षण के पूर्व बनारस के नगर निगम, प्रदूषण बोर्ड, सिंचाई, जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर वरुणा नदी के बारे में जानकारी ली गई।अब तक किए गए कार्यों के बाबत भी पूछताछ की गई। बुधवार को टीम वरुणा और गंगा के संगम स्थल सराय मोहाना का निरीक्षण करेगी। उन्होंने बताया कि वरुणा को लेकर वे रिपोर्ट बनाकर सरकार को देंगे। इसके बाद वरुणा नदी को साफ करने की दिशा में काम किया जाएग
नदी निरीक्षण के पहले इजराइल दूतावास की टीम ने वाराणसी नगर निगम, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, इरीगेशन विभाग और जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर वरुणा नदी के स्टेटस के बारे में कई जानकारियां ली थी। अब तक नदी सफाई के लिए क्या काम किए गए, इस पर भी काफी इनक्वायरी की गई।