वाराणसी में एंटी करप्शन टीम ने फालोवर को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा, अस्पताल में सर्टिफिकेट के लिए मांगे थे 4500 रुपए

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी एंटी करप्शन की टीम ने सोमवार को पुलिस लाइंस के गेट नंबर-4 के पास से पुलिस अस्पताल के अर्दली प्यून सेवालाल (55) को 4500 रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। सेवालाल चोलापुर थाना क्षेत्र के आयर गांव का निवासी है। सेवालाल को एंटी करप्शन की टीम ने लालपुर पांडेयपुर थाने की हवालात में डाल कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
उसने प्राथमिक पूछताछ में अपने सहयोगियों के नाम भी बताए, जिससे साफ है कि अस्पताल में रुपए लेने के लिए कर्मी केवल माध्यम था, उच्चाधिकारियों की भी संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।
एंटी करप्शन की ट्रैप टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर उमाशंकर यादव ने बताया कि गत 28 जून को न्यू कॉलोनी तिलमापुर, आशापुर निवासी वेद प्रकाश राय ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उनके पिता राजेंद्र प्रसाद राय अग्निशमन विभाग के सब इंस्पेक्टर पद से वर्ष 2018 में सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी आंख, किडनी और मधुमेह का इलाज चल रहा है।
इलाज के खर्चे का दावा उनकी ओर से किया गया था। 44397 रुपये का बिल पास कराने के लिए पुलिस अस्पताल में नियुक्त स्वास्थ्य विभाग के अर्दली प्यून सेवालाल ने 4500 रुपये की मांग की। सेवालाल ने कहा कि 4500 रुपये दिए बगैर बिल नहीं पास हो पाएगा।
फालोवर सेवालाल के नहीं मानने पर पीड़ित एंटी करप्शन कार्यालय पहुंचा और पूरा मामला अधिकारियों को बताया। टीम को साथ ले जाकर पैसे दिए और गेट पर मौजूद एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने रिश्वतखोर कर्मी को दबोच लिया। चोलापुर निवासी सेवालाल पुत्र जिलु राम से पूरे 4500 रुपए भी बरामद किए और लालपुर पांडेयपुर थाने पर लाकर पूछताछ की। पीड़ित ने बताया कि उसने यह धनराशि अपने लिए नहीं ली थी, बल्कि इसमें अन्य लोगों का भी शेयर है, उसने कुछ कर्मचारियों के नाम भी बताए। टीम मामले में जांच कर रही है।