पिंडरा तहसील में अधिवक्ताओं ने किया कार्य का बहिष्कार
वाराणसी(रणभेरी)। पिंडरा तहसील के अधिवक्ताओं ने मंगलवार से न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं ने बताया कि जो बैनामा हो रहा है। वह मुकदमा नंबर दर्ज करने में इनको 3 से 4 महीने का समय लग रहा है। उसके बाद उसमें 35 दिन का और समय लग जा रहा है। साथ ही बैनामा होने के 4 माह बाद ही खारिज दाखिल किया जा रहा है। पिंडरा हप्ते भर बाद भी निस्तारण न होने पर तहसील पिंडरा के अधिवक्ता मंगलवार से न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर रहेंगे। अधिवक्ताओं ने बताया कि जो बैनामा हो रहा है। मुकदमा नंबर दर्ज करने में इनको 3 से 4 महीने का समय लग रहा है। उसके बाद उसमें 35 दिन का और समय लग जा रहा है यानी की 4 माह पूरा होने के बाद तब जाकर दाखिल खारिज किया जा रहा है। अधिवक्ताओं ने बताया कि इनके पहले जो अधिकारी थे, वह समय से खारिज दाखिल करा देते थे। अब लेखपाल समय से रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं। समय से नोटिस तामील नहीं हो पा रही है। ऐसे में बैनामा लेने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि इस समय यहां सही से कार्य नहीं किया जा रहा है जिसका नुकसान लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां अधिकारी जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं और अपने वीआईपी में परेशान हैं। यहां सुचारू रूप से कार्य न होने के कारण अधिवक्ता जन मानस सभी लोग परेशान हैं। अगर यह लोग समय से मुकदमा दाखिल करें तो ऐसी समस्या नहीं आती। यहां कोईराज गांव में अभी तक चकबंदी के बाद खतौनी ऑनलाइन नहीं हो पाई है। 5 से 6 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोईराजपुर का भी निस्तारण नहीं किया गया है। यहां कम्प्यूटर में खतौनी तक नही दर्ज हुई है। जिससे लोग काफी परेशान हैं। अधिवक्ताओं ने बताया कि एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा द्वारा लोगो को आश्वासन दिया गया था कि एक सप्ताह में समस्या का निस्तारण करा दिया जाएगा। एक सप्ताह का समय बीतने के बाद भी लोग हड़ताल पर हैं। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान तहसील के अध्यक्ष उदयनाथ भारती, महामंत्री चंद्रभान पटेल, उपाध्यक्ष अधहेंद्र शेखर मिश्रा, ऋतुराज माथुर, सुभाष दुबे,राजेश पटेल, विपुल मिश्रा, गौरी नारायण सिंह, अश्वनी मिश्रा,जटाशंकर मिश्रा, सहित सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।