सिद्धार्थनगर में सोने का हार देने गए स्वर्ण व्यवसायी की हत्या, कातिलों ने लाश को बोरे में डालकर लगाई आग, 25 अप्रैल को होनी थी शादी

सिद्धार्थनगर में सोने का हार देने गए स्वर्ण व्यवसायी की हत्या, कातिलों ने लाश को बोरे में डालकर लगाई आग, 25 अप्रैल को होनी थी शादी

(रणभेरी): सिद्धार्थनगर के सदर थाना इलाके में शनिवार देर रात एक सर्राफा व्यवसायी को कुछ लोगों ने जलाकर हत्या कर दी। उसका अधजला शव सदर थाना क्षेत्र के सोहांस-मोहाना मार्ग पर गांव में मिला है। व्यवसायी का नाम सुनील वर्मा पुत्र घनश्याम वर्मा है। वह मोहाना थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत भगवानपुर के टोला चैरपुरवा के रहने वाले थे। पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने मृतक के भाई बलराम की तहरीर के आधार पर गोहनिया निवासी हबीबुल्लाह व कृष्णा वर्मा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके दो व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है।

पुलिस की जांच में पता चला कि मोहाना थाने में एक युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई है। पुलिस शव मोर्चरी में रखवा दिया। रविवार की सुबह मोहाना थाना क्षेत्र के भगवानुर गांव के टोला चैनपुर निवासी बलिराम वर्मा मोर्चरी पहुंचे तो उन्होंने शव की पहचान अपने भाई सुनील वर्मा (22) के रूप में की। बलिराम ने बताया कि उसके भाई ने रमवापुर चौराहे पर ज्वेलरी की दुकान खोली थी। शनिवार को भी वह दुकान पर गया था और शाम को करीब छह बजे बात हुई तो उसने बताया कि वह पड़ोस के बर्तन व्यापारी गौहनिया निवासी हबीबुल्लाह के घर हार देने जा रहा है। शाम साढ़े छह बजे के बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिलने लगा। 

काफी प्रयास के बाद भी कुछ पता नहीं चलने पर रात में मोहाना थाने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। सुबह लाश मिलने की जानकारी हुई। बलिराम ने आरोप लगाया कि गौहनिया निवासी हबीबुल्लाह और कृष्णा वर्मा ने उसके भाई की हत्या की है। आभूषण का बैग और नकदी गायब है। एसओ मोहाना अनूप कुमार मिश्र ने बताया कि हत्या का केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

सराफा व्यवसायी सुनील वर्मा की हत्या के बाद पेट्रोल डालकर शव जलाकर उसका नामोनिशान मिटाने की कोशिश की गई। रविवार को मोर्चरी पहुंचे लोगों का कहना था कि हत्या का यह तरीका वारदात के पीछे किसी बड़ी वजह की तरफ इशारा कर रहा है। लोगों ने सवाल उठाया कि मामला अगर सिर्फ जेवर लूटने का होता तो मारपीट कर जेवर लूट लिया जाता। हत्या के बाद शव जलाने की कोशिश बड़े सवाल खड़े कर रही है।

सुनील छह भाई-बहनों में सबसे छोटा था। बड़े भाई बलिराम ने बताया कि सुनील की 25 अप्रैल को शादी होनी थी। परिवार के लोग शादी की तैयारियों में जुटे थे। अचानक सारी खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। रविवार को सुनील के परिजनों और रिश्तेदारों के साथ मोर्चरी पर पहुंचे लोग इस मामले पर चर्चा करते रहे।