इलकर आयशी ने ठुकराया सीईओ बनने का प्रस्ताव, जानें पूरा मामला
(रणभेरी): तुर्की एयरलाइंस के पूर्व अध्यक्ष इलकर आयशी ने मंगलवार को एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनने से इनकार कर दिया है। रॉयटर्स को टाटा के एक प्रवक्ता ने बताया कि उनकी नियुक्ति की घोषणा के बाद भारत में विरोध शुरू हो गया, जिसके चलते आयसी ने यह फैसला लिया। भारत की सत्ताधारी पार्टी के करीबी हिंदू राष्ट्रवादी समूह ने तुर्की के साथ अपने पिछले राजनीतिक संबंधों का हवाला देते हुए एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी के रूप में आयसी की नियुक्ति को रोकने के लिए सरकार से आह्वान किया था।
बीती 14 फरवरी को टाटा संस ने एयर इंडिया के सीईओ के रूप में आयशी की नियुक्ति की घोषणा की थी। इस फैसले के बाद आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने कहा था कि सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इलकर अयाशी की नियुक्ति को मंजूरी नहीं देनी चाहिए।
इलकर आयशी 51 वर्षीय के है इनका जन्म जन्म 1971 में इस्तांबुल में हुआ था। उन्हें साल 2015 में टर्किश एयरलाइन का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। सात साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद बीती 26 जनवरी 2022 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बैठक में गहन विचार-विमर्श के बाद अब उन्हें एयर इंडिया की कमान सौंपी गई है। उन्होंने 1994 में बिल्केंट यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटिकल साइंस एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी पढ़ाई पूरी की है।