आयुष्मान कार्ड धारकों को बिना इलाज लौटा रहे है हॉस्पिटल !
वाराणसी (रणभेरी): हर व्यक्ति स्वस्थ रहे, हर किसी को बेहतर इलाज मिले आदि। इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा कई तरह की स्वास्थ्य योजनाएं चलाई गई हैं, जिसमें से एक योजना आयुष्मान भारत योजना है। ये एक महत्वाकांक्षी योजना है, लेकिन वाराणसी में आयुष्मान कार्ड होने पर भी एक शख्स का इलाज नहीं हो सका। बीरभानपुर निवासी दीपू मुसहर (30) के पास आयुष्मान कार्ड तो था लेकिन निजी अस्पतालों ने इलाज करने से मना कर दिया। परिजन उसे लेकर चक्कर काटते रहे लेकिन जब कहीं नहीं भर्ती हुआ तो घर लेकर चले आए।
दीपू मुसहर की मां लक्षना ने बताया कि उसके बेटे का 15 सितंबर की रात में राजातालाब ओवर ब्रिज के नीचे एक्सीडेंट हो गया था। दुर्घटना में उसे हाथ पैर के साथ चेहरे पर चोटें आई थी। जबड़े में अधिक चोट लगने के कारण वह न तो बोल पा रहा है और ना ही खाना खा पा रहा है। दीपू की मां के अनुसार सोमवार को भी वह अखरी बाईपास स्थित एक निजी चिकित्सालय में ले गई थी उन्होंने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। बाईपास पंडितपुर स्थित एक मेडिकल कॉलेज ने भी आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद भी उसे एडमिट नहीं किया। लिहाजा वह देर शाम बारिश में भीगते हुए घर वापस गई। दीपू की मां का कहना था कि उसके पास आयुष्मान कार्ड है उसका इलाज होना चाहिए। कुछ अस्पताल वालों ने पहले पैसा जमा करने को कहा। दीपू और उसके घर वाले परेशान हैं कि चार दिन से भोजन न कर पाने तथा इलाज न होने की स्थिति में उसकी हालत कहीं और न खराब हो जाए। आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था है। इस मामले में संबंधित मरीज को क्यों नहीं इलाज मिला, इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही यह भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी कि कार्ड धारकों को लाभ मिल सके।