सावित्रीबाई फुले के जन्म दिवस पर सफाईकर्मियों का सम्मान

सावित्रीबाई फुले के जन्म दिवस पर सफाईकर्मियों का सम्मान

 सायंकाल सावित्रीबाई फुले की याद में आयोजित हुआ दीपदान  कार्यक्रम, बोले पूर्व पार्षद घनश्याम सिंह - समाज में सभी वर्गों का समान महत्व

वाराणसी (रणभेरी सं.)। सावित्रीबाई फुले के जन्म दिवस के अवसर पर नास्तिक स्वच्छता समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े सफाई कर्मियों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन पूर्व पार्षद, राजमंदिर घनश्याम सिंह के नेतृत्व में हुआ, जिन्होंने सफाई कर्मियों के योगदान को सराहा और उनका उत्साहवर्धन किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उन सफाई कर्मियों के कठिन परिश्रम और श्रम को सम्मानित करना था, जिन्होंने देव दीपावली महोत्सव को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।

कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था वृक्षारोपण, जिसे नास्तिक स्वच्छता समिति के बैनर तले सावित्रीबाई फुले की याद में आयोजित किया गया। यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास था। सावित्रीबाई फुले ने हमेशा समाज के पिछड़े और अशिक्षित वर्ग के लिए कार्य किया था, और उनका योगदान आज भी प्रेरणादायक है। वृक्षारोपण का उद्देश्य उनके विचारों को जीवित रखना और समाज को उनके योगदान के बारे में जागरूक करना था।
इस कार्यक्रम में सफाई कर्मियों को सम्मानित करने के लिए उन्हें अग्रिम पंक्ति में बैठाया गया और शाल-दुशाला पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया। यह सम्मान न केवल उनकी मेहनत का प्रतीक था, बल्कि समाज के दृष्टिकोण में बदलाव लाने का प्रयास भी था। सफाई कर्मियों को समाज के मुख्यधारा में शामिल करने का यह एक महत्वपूर्ण कदम था। उनके सम्मान से यह संदेश गया कि समाज में सभी वर्गों का समान महत्व है, और हर पेशे का आदर करना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान एक सह भोज का आयोजन भी किया गया, जिसमें सम्मानित विद्वतजन और स्वच्छता कर्मियों ने एक साथ भोजन किया। इस भोज का उद्देश्य समाज में समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना था। भोज में उपस्थित लोग एक साथ भोजन करके समाज में एकता और सौहार्द का संदेश देने में सफल रहे।

सायंकाल में सावित्रीबाई फुले की याद में दीपदान का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। दीपों की लौ में उनके योगदान को याद किया गया और समाज में शिक्षा और समानता के प्रति उनके दृष्टिकोण को उजागर किया गया। दीपदान कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने अपने अपने दीप जलाकर उनके विचारों को सम्मानित किया और समाज में उनके द्वारा किए गए कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

इस कार्यक्रम में महंत बृज किशोर दास जी, प्रो. प्रवेश भारद्वाज, सुविख्यात तबला वादक पं. अशोक पाण्डेय, प्यारेलाल, मदन लाल यादव, पुष्पा यादव, अमित सेठ, गौरव अग्रवाल, उद्धव प्रसाद, अनिल यादव बच्चा, कीर्तन चौधरी और अन्य कई प्रमुख लोग उपस्थित थे। उनके साथ कार्यक्रम में भागीदारी करने से आयोजन और भी प्रभावशाली और सफल रहा।