कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक, कहा-भीड़ में मास्क लगाने की सलाह और बूस्टर डोज लेने की अपील
(रणभेरी): कोरोना को लेकर चीन समेत दुनिया के कई देशों में डराने वाले हालात हैं। कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति चीन में है। चीन के साथ जापान, अर्जेंटीना, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में भी केस बढ़ने लगे हैं। वही कोरोना के मरीजों के बढ़ते हुए आंकड़ों को देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। साल 2019 में दिसंबर महीने में ही चीन में कोरोना वायरस नाम की नई महामारी ने दस्तक दी थी और उसके बाद पूरी दुनिया में इस वायरस ने तबाही मचाई। ऐसे में दुनिया को ये चिंता सताने लगी है कि क्या एक बार फिर से नए साल की खुशियों पर कोरोना वायरस नाम का ग्रहण लगने वाला है?दिसंबर-जनवरी 2019 में कोरोना के बढ़े मामलों में क्रिसमस-न्यू ईयर पर होने वाली भीड़-भाड़ का भी अहम योगदान था क्योंकि यह वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है।
कोरोना को लेकर चीन समेत दुनिया के कई देशों में डराने वाले हालात हैं। कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति चीन में है। चीन में महामारी से हजारों लोगों की मौत हो रही है। स्थिति इतनी गंभीर है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं हैं। अंतिम संस्कार के लिए भी घंटों वेटिंग चल रही है। भयावह स्थिति को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इसी सिलसिले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि देश से कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। मांडविया ने ये भी कहा कि संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया गया है। हम किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। साथ ही नीयि आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में केवल 27-28% लोगों ने एहतियाती खुराक ली है। हम अन्य लोगों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों से अपील करते हैं कि वे एहतियाती खुराक लें। एहतियाती खुराक सभी के लिए अनिवार्य और निर्देशित है।वीके पॉल ने अगर आप भीड़भाड़ वाली जगह, घर के अंदर या बाहर हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें। यह उन लोगों के लिए और भी महत्वपूर्ण है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है या जिनकी उम्र अधिक है।