Hanuman Jayanti 2023: वाराणसी में हनुमान जन्मोत्सव पर निकली ध्वजा यात्रा, मंदिरों में दर्शन-पूजन जारी
(रणभेरी): धर्म व आध्यात्म की नगरी काशी में हनुमान जयंती का उत्सव बेहद खास तरीके से मनाया जाता है। हनुमान जयंती पर इस बार वाराणसी के विभिन्न जगहों से ध्वजायात्रा निकाली जाती है, लेकिन इस ध्वजा यात्रा में सबसे खास ध्वजा यात्रा भिखारीपुर तिराहे से निकलने वाला श्री हनुमत् सेवा समिति की रही। बिना किसी दिखावा के पारंपरिक ढंग से सामाजिक समरसता के साथ नर-नारियों के अपार जनसमूह के बीच यह यात्रा श्री संकट मोचन दरबार पहुंचकर अगले साल के लिए स्थगित हो गई।
काशी से सैकड़ों किलोमीटर दूर के लोग इस दिन के इंतजार को समाप्त करते हुए नंगे पांव हाथों में ध्वज और जुबां पर "जय श्री राम" का नाम संग हनुमान दरबार पहुंचकर अपने ध्वजा को हनुमान लला के श्री चरणों में अर्पित कर पुनः इस ध्वजा को अपने घरों पर लगाकर शुभता की कामना करते हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार के साथ ही काशी के पड़ोसी जिलों के ग्रामीण परिवेश की महिलाएं इस ध्वजा यात्रा की सबसे मुख्य आकर्षण होती है जिनकी श्रद्धा नमन योग्य होता है।
आज वाराणसी सड़कों पर आज जय श्री राम और पवन पुत्र हनुमान के नारे लगाए जा रहे हैं। सभी के हाथों में केसरिया झंडा है। जगह जगह ध्वज यात्रा निकाली जा रही है। वहीं पिछले 19 सालों से हनुमान जयंती के उपलक्ष में काशी में एक विशेष यात्रा निकाली जाती है। इस वर्ष भी इस ध्वज यात्रा में लगभग 50 हजार के करीब हनुमान भक्त शामिल हुए हैं। इसमें 75 फीट ऊंचा लाल ध्वज संकटमोचन मंदिर में पवन पुत्र हनुमान को अर्पित किया जाएगा। इसके अलावा 70 फीट लम्बे रथ पर हनुमत लला विराजमान हुए हैं। राम नाम के भजनों से पूरी काशी गुंजयमान हो उठी है।
शोभायात्रा में सबसे आकर्षण का केंद्र 75 फिट लंबा ध्वज रही। वहीं 70 फीट लंबे रथ पर राम दरबार की झांकी सजा जो मुख्य अपने आकार और सजावट के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। मुख्य रथ पर अखंड ज्योत संग राम दरबार की झांकी सम्मुख संकटमोचन दरबार की मुख्य कीर्तन मंडली भक्तों पर रामधुन की वर्षा करते हुए चल रहे थे, तो वही भक्तों द्वारा कीर्तन मंडली के राम धुन पर संगत कर रहा था।