भीषण गर्मी से जनता के साथ भगवान बेहाल !
वाराणसी(रणभेरी)। तेज धूप और उमस ने शहरवासियों को झुलसा दिया। वातारण में नमी भी बहुत कम रही। इससे गला सूखने और ज्यादा प्यास लगने की समस्या बनी रही। शनिवार को वातारण में नमी करीब 33 फीसदी रही है, जो सामान्य से कम है। उमस ने दिक्कत और बढ़ाई है। अधिकतम तापमान भले ही 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन गर्मी 47 डिग्री जैसी महसूस हुई। न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दोपहर 12 से तीन बजे के बीच सड़कों पर सन्नाटा दिखा। ज्यादातर शहरवासी घरों में दुबके रहे। जो लोग घर से बाहर निकले, वह जरूरी एहतियात बरतते दिखे।
भगवान के ड्रेस कोड में भी बदलाव
बड़ा गणेश मंदिर में भगवान को इस प्रचंड गर्मी से बचाने के लिए गर्भगृह में एसी लगाया गया है। ये एसी एक भक्त के द्वारा ही दान में मन्दिर को मिला है। इससे इतर वाराणसी के राम जानकी मंदिर में भी प्रभु श्रीराम को इस प्रचंड गर्मी में राहत मिले इसके लिए कूलर की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं भगवान के ड्रेस कोड में भी बदलाव हुआ है।
20 जून तक मानसून के आसार
यूपी में 20 जून तक मानसून की आहट लोगों को थोड़ी राहत तो दे दी है। लेकिन, इसके पहले पूरे 1 महीने तक भीषण गर्मी के दौर से गुजरना होगा। इस बीच पूरे यूपी में लू और उसके बाद प्री मानसून से बारिश की कंडीशन तैयार होने लगेंगी। हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव का आकलन है कि मानसून सामान्य से थोड़ा बेहतर हो सकता है।
भगवान भी बेहाल और परेशान
प्रचंड गर्मी के कारण इंसान और बेजुबान के साथ बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस में भगवान भी बेहाल और परेशान हैं। काशी के मंदिरों में इसकी तस्वीर भी दिख रही है। बाकायदा मंदिरों में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए कहीं एसी लगाया गया है, तो कहीं कूलर के जरिए भगवान को गर्मी से राहत पहुंचाई जा रही है।
पहनाये गये खादी के कपड़े
भगवान को गर्मी से निजात के लिए खादी के कपड़े पहनाए गए हैं। मन्दिर के पुजारी रामचंद्र तिवारी ने बताया कि इन दिनों वाराणसी में बेतहाशा गर्मी से सब लोग परेशान हैं। ऐसे में हम भक्तों का श्रद्धाभाव है कि जिस तरह हम मनुष्यों को गर्मी सता रही है, वैसे ही हमारे आराध्य भी गर्मी से बेहाल हैं, इसलिए उन्हें इस प्रचंड गर्मी से राहत दिलाने के लिए एसी और कूलर की व्यवस्था की है। इसके अलावा उनके कपड़े और भोग में भी परिवर्तन किया गया हैं।भोग में भगवान को शीतल पेय प्रदार्थ चढ़ाया जा रहा है, ताकि इस गर्मी में उन्हें भी राहत मिले।