सोनिया गांधी से ED की पूछताछ खत्म, 25 जुलाई को फिर बुलाया
(रणभेरी): राहुल गांधी के बाद आज 21 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम सोनिया गांधी को 3 घंटे से कम की पूछताछ के बाद इंटेरोगेशन का पहला दिन पूरा हो गया है। सोनिया को फिर से पूछताछ के लिए 25 जुलाई को बुलाया गया है। आज सोनिया गांधी से भी लगभग वही सवाल पूछे गए जो ED अधिकारियों ने राहुल गांधी से पूछे थे। ED ने इसके लिए 50 सवालों की लिस्ट तैयार की थी। सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी से पूछताछ अगुआई महिला अफसर मोनिका शर्मा ने की। वे ED कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर हैं। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में इस पेशी के खिलाफ प्रदर्शन किया।मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर सहित कांग्रेस के 75 सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया।75 वर्षीय सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए दफ्तर में एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई थी। सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रियंका गांधी को भी दफ्तर में रहने की इजाजत दी गई थी।
करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने सोनिया गांधी से कहा कि क्या वे थोड़ा ब्रेक लेना चाहती हैं। जवाब में सोनिया गांधी ने कहा कि हां वो लंच करना चाहती हैं। फिर सोनिया गांधी की तरफ से कहा गया कि क्या आज की पूछताछ जल्दी पूरी की जा सकती है। इस पर ईडी के अधिकारी मान गए। हालांकि ईडी के अधिकारियों ने सोनिया गांधी से कहा कि उन्हें 25 जुलाई को फिर से बुलाया जा सकता है। इसके बाद सोनिया गांधी प्रियंका के साथ ईडी दफ्तर से अपने घर के लिए रवाना हो गई। नेशनल हेराल्ड केस में ईडी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उग्र प्रदर्शन किया। मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर सहित कांग्रेस के 75 सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
कांग्रेस के 6 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि दिल्ली में कार्यकर्ताओं ने शिवाजी ब्रिज में तीन ट्रेनें रोकी।कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक ही परिवार के दो सदस्यों को बार-बार तलब करना गलत है, वह भी एक ही मामले में। जहां तक लोगों की गिरफ्तारी का सवाल है, ऐसा नहीं है कि उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बाधित किया है। इसके अलावा, हमें आंदोलन करने का अधिकार है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ ईडी जांच पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ''अगर गांधी परिवार बेदाग है, तो चिंतित क्यों है? अगर उन्होंने भ्रष्टाचार नहीं किया है तो यह हंगामा क्यों। भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की जांच करना जांच एजेंसियों का कर्तव्य है।''