Earthquake: तुर्की, सीरिया, लेबनान, इजराइल... में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने मचाई तबाही, 521 लोगों की मौत

Earthquake: तुर्की, सीरिया, लेबनान, इजराइल... में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने मचाई तबाही, 521 लोगों की मौत

(रणभेरी): तुर्की और सीरिया में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार सोमवार को तुर्की के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। तकरीबन एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से कुल 521 लोगों की मौत भी हो गई। जिस वक्त भूंकप आया उस वक्त लोग अपने घरों में सो रहे थे। भूकंप की वजह से सोते समय सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। कई इमारतें भी मलबे में तब्दील हो गई। भूंकप कितना जोरदार था इसका अंदाजा इससे लगा लीजिए कि झटके साइप्रस और मिस्र तक महसूस किए गए। सीरिया के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के प्रमुख रायद अहमद ने सरकार समर्थक रेडियो को बताया कि ये देश के इतिहास सबसे बड़े भूकंप में से एक था। जानकारी के अनुसार भूकंप से दोनों देशों को जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। तुर्की में 284 तो सीरिया में 237 लोगों की जान इस भूकंप के चलते गई है। वहीं, घायलों का आंकड़ा 1000 के पार चला गया है। सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी की तस्वीरों के मुताबिक, तुर्की में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है और लोग बचने के लिए बर्फीली सड़कों पर जमा हो गए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, भूकंप लगभग एक मिनट तक आया और इससे कई इमारतें गिर गईं और कई मकानों की खिड़कियां टूट गईं। 

तुर्की में भूकंप के चलते लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि तुर्की में जनहानि और संपत्ति के नुकसान से मैं काफी दुखी हूं। पीएम ने कहा कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है। हैबरटर्क टेलीविजन की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी कई इमारतें गिर गईं। हालांकि, हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके लेबनान और सीरिया में भी महसूस किए गए। वही उत्तरी शहर अलेप्पो और मध्य शहर हमा में कुछ इमारतें ढह गईं। तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) ने बताया कि भूकंप एक मिनट तक महसूस किया गया। तुर्की के अधिकारियों ने अभी तक किसी के मरने या घायल होने की सूचना नहीं दी है, लेकिन सोशल मीडिया नेटवर्क पर पोस्ट किए गए वीडियो में कई इमारतों को धराशायी हुई दिखाया गया है।