खौफनाक तबाही: म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप, मस्जिद समेत कई इमारतें गिरीं, 20 लोगों की मौत

(रणभेरी): म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे म्यांमार में भूकंप के दो बड़े झटके आए। एक के बाद दो भयानक भूकंप। पहले 7.5 और फिर 7.0 का झटका. म्यांमार और थाईलैंड में इन दो झटकों ने हाहाकार मचा दिया. धरती के इस महाकंपन से दोनों देशों में भारी तबाही हुई है। 20 लोगों की मौत की खबर आ रही है। थाईलैंड में आपातकाल लगा दिया गया है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हैं उनमें लग रहा है कि भूकंप दोनों मुल्कों पर कयामत बनकर टूटा है. भूकंप का यह कंपन इतना तेज था कि कुछ घंटे बाद बांग्लादेश और मेघालय में भी इसका ऑफ्टर शॉक महसूस किया गया. इसी तीव्रता 4.0 थी। बांग्लादेश में झटका कई गुना बड़ा था। म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद का मंजर डरा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक बिल्डिंग 3 सेकंड में जमींदोज होती दिखाई दे रही है।
भूकंप पर नजर रखने वाली अमेरिकी संस्था भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण USGS की साइट पर इसकी तीव्रता 7.7 थी. कुछ देर बाद भारत में नैशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की साइट पर इसे रिवाइज कर 7.5 बताया गया. दूसरा भूकंप 7.0 का आया. म्यांमार में 7.7 की तेजी वाला पहला भूकंप सागाइंग क्षेत्र में आया. इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी।
म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप और उसके बाद 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली झटके के बाद कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई। जबकि यहां 300 लोग घायल हैं। वहीं, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अंडर कंस्ट्रक्शन 30 मंजिला इमारत गिर गई। इस साइट पर 400 लोग काम कर रहे थे। इनमें से 80 लोग लापता हैं, जबकि 3 लोगों की मौत हुई है। इन 5 देशों के अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भारी तबाही के चलते थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा ने इमरजेंसी घोषित कर दी है।
भूकंप इतना तीव्र था कि बैंकॉक में मेट्रो और रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं, जिससे निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई। थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने तत्काल संकट बैठक बुलाई और राजधानी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी। म्यांमार में स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासकर मांडले क्षेत्र में इमारतों के ढहने और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। मांडले और यांगून के बीच की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा आ रही है। प्रभावित क्षेत्रों से चौंकाने वाले फुटेज में ढहती इमारतें और भयभीत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागते हुए दिख रहे हैं। लाओस के विएंतियाने में भी झटके महसूस किए गए यहां भी ऊंची इमारतों में तीव्र झटकों के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
म्यांमार में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है, राहत और बचाव प्रयासों में सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपील जारी की गई है। देश में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है, आपातकालीन टीमें जीवित बचे लोगों को ढूंढने तथा अपने घरों में फंसे लोगों की सहायता करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने दोनों सरकारों को हर संभव मदद देने का वादा किया है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा, म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है।