प्रश्नपत्र के खराब प्रिंट के कारण बच्चे आधी अधूरी परीक्षा देने पर मजबूर

प्रश्नपत्र के खराब प्रिंट के कारण बच्चे आधी अधूरी परीक्षा देने पर मजबूर

वाराणसी (रणभेरी): खराब प्रिंट के कारण 300 से अधिक बच्चे आधी अधूरी परीक्षा देने के लिए विवश हुए। सामने घाट क्षेत्र के गायत्री नगर स्थित शांडिल्य पब्लिक स्कूल में बनाए गए सेंटर पर बच्चों को जो पेपर वितरित किए गए उनके प्रिंट इतना खराब था कि बच्चे प्रश्न समझ ही नहीं पा रहे थे। प्रश्न पत्रों पर बने डायग्राम पूरी तरह काले धब्बे की तरह दिख रहे थे। उल्लेखनीय है कि शांडिल्य पब्लिक स्कूल में तुलसी विद्या निकेतन के हाईस्कूल और इंटर के छात्रों का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। 

इस परीक्षा केंद्र में अव्यवस्था का आलम यह है कि पहले दिन बच्चों को 10:30 बजे दिया जाने वाला प्रश्न पत्र दोपहर में 2:00 बजे उपलब्ध कराया गया। अव्यवस्था के खिलाफ बच्चों ने अपने विद्यालय में जाकर की शिकायत की लेकिन विद्यालय से उन्हें वापस सेंटर पर भेज दिया गया। यह सारी समस्या विज्ञान के प्रश्न पत्र को लेकर हुई थी। टीवीएन के कक्षा 10 के छात्र शिवांश सिंह ने इस मामले की शिकायत लंका थाने में दर्ज कराई। मामले की तहकीकात के लिए लंका पुलिस शुक्रवार को अपराह्न करीब 1:00 बजे शांडिल्य पब्लिक स्कूल पहुंची। 

यहां पहले से मौजूद बच्चे और उनके अभिभावकों से बातचीत की बच्चों ने पेपर के प्रिंट दिखाए। प्राप्त सूचना के अनुसार शुक्रवार को इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी प्रवेश पत्र प्रश्न पत्रों का वितरण करीब एक घंटे विलंब से हुआ है। इस सेंटर पर परीक्षा देने वाले बच्चों ने यह शिकायत भी की है कि विद्यालय में न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही पेयजल की व्यवस्था है। बच्चों का कहना है कि विद्यालय के पास प्रश्न पत्रों का प्रिंट निकालने के लिए पर्याप्त क्षमता का प्रिंटर नहीं है जिसके कारण यह गड़बड़ी हो रही है। उल्लेखनीय है कि इस बार सीबीएसई ने प्रश्न पत्र छपा कर भेजने के बजाय ईमेल से भेजे हैं और उन्हें सेंटर पर ही प्रिंट करके बच्चों को दिया जा रहा है।एक  बच्चे की अभिभावक सविता सिंह ने बताया के विज्ञान के प्रश्न पत्र में कई त्रुटियां भी थी जिसे परीक्षा समाप्त होने से मात्र 10 मिनट पहले कुछ बच्चों को बताया गया। कुछ बच्चों को इसकी जानकारी भी नहीं दी गई।