सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी से मरीज परेशान

सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी से मरीज परेशान

वाराणसी (रणभेरी)। जनपद के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी से मरीज परेशान हो रहे हैं। शासन स्तर से पांच महीने पहले सीएचसी और पीएचसी पर तैनात सात डॉक्टरों को आवश्यकता के अनुसार मंडलीय, जिला और महिला अस्पताल में ट्रांसफर किया गया बावजूद अबतक इन्हें रिलीव नहीं किया गया। गर्मी के दिनों में मंडलीय और जिला अस्पताल में रोज करीब 1500-1500 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। रामनगर स्थित एलबीएस अस्पताल में एक हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। मरीजों के बढ़ते दबाव के कारण नवंबर 2023 में दस डॉक्टरों को सीएचसी और पीएचसी से ट्रांसफर कर इन अस्पतालों में भेजा गया था। बाद में डॉ. रामबली सिंह और डॉ. वरुण कुमार का ट्रांसफर रद्द हो गया था। महज एक चिकित्सक डॉ. देवेंद्र को सीएचसी हाथी बाजार से रिलीव किया गया। वह अभी एलबीएस अस्पताल रामनगर में पदस्थ हैं। बाकी सात डॉक्टर अबतक रिलीव नहीं किए गए हैं। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि बड़े अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति हो गई है। जल्द ही उन्हें रिलीव कर दिया जाएगा।
इन डॉक्टरों को किया गया है स्थानांतरित 
सीएमओ कार्यालय में पदस्थ डॉ. यतीश भुवन पाठक का महिला अस्पताल में तबादला हुआ है। डॉ. राज बहादुर यादव सीएचसी चोलापुर से मंडलीय अस्पताल, डॉ. रीति सिंह सीएचसी अराजीलाइन से मंडलीय अस्पताल, डॉ. प्रशांत सिंह सीएचसी चिरईगांव से जिला अस्पताल, डॉ. शिवांगी कंचन चिरईगांव से जिला अस्पताल, डॉ. देवेश कुमार सीएचसी हाथी बाजार से जिला अस्पताल और डॉ. साबिया खातून सीएचसी पुवारीकला से जिला महिला चिकित्सालय ट्रांसफर हुआ है लेकिन अभी इन्हें रिलीव नहीं किया गया।