काशी विद्यापीठ की लेटलतीफी से दाखिले में उत्पन्न हुआ व्यवधान

काशी विद्यापीठ की लेटलतीफी से दाखिले में उत्पन्न हुआ व्यवधान
  • संबद्ध कालेजों दाखिला शुरू नहीं कर पा रहे, छात्र-छात्राएं इंतजार में साइबर के चक्कर लगा रहे

वाराणसी(रणभेरी):  महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अब तक दाखिला पूर्ण नहीं हो सका है। इस प्रकार स्नातक अंतिम खंड के तमाम परीक्षार्थियों को अब तक अंकपत्र नहीं मिल सका है। वहीं स्नातक के जिन पाठ्यक्रमों का परिणाम जारी किया गया है। छात्रों के दबाव में विश्वविद्यालय प्रशासन उसका दोबारा परीक्षण कराया जा रहा है। विश्वविद्यालय की लेटलतीफी अब संबद्ध कालेजों को भारी पड़ रही है। स्नातक अंतिम खंड के अभाव में संबद्ध कालेज स्नातकोत्तर (पीजी) में दाखिला शुरू नहीं कर पा रहे हैं। हरिश्चंद्र पीजी कालेज में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में दाखिला लगभग पूरा हो चुका है। बीकाम व बीएससी में एसटी/एसटी संवर्ग में कुछ सीटें रिक्त हैं। इसे देखते हुए कालेज प्रशासन ने अनुसूचित जाति व जनजाति संवर्ग अभ्यर्थियों को दाखिले के लिए तीसरी व अंतिम बार आठ नवंबर को मौका दिया है।

आठ नवंबर को अंतिम काउंसिलिंग में प्रतिभाग न करने रिक्त सीटों पर पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को दाखिले का मौका दे दिया जाएगा। वहीं एलएलबी व स्नातकोत्तर स्तर की काउंसिलिंग अब तक शुरू नहीं की गई है। प्राचार्य डा. अनिल प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यापीठ स्नातक अंतिम खंड के कई पाठ्यक्रमों का अंकपत्र अब तक नहीं जारी कर सका है। वहीं काउंसिलिंग में अभ्यर्थियों को मूल अंकपत्र का सत्यापन कराना होता है। इसे देखते हुए अब तक पीजी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं शुरू किया गया है। दूसरी ओर स्ववित्तपोषित संबद्ध महाविद्यालयों की भी निगाहें विद्यापीठ के दाखिले पर टिकी हुई है। स्ववित्तपोषित कालेजों का कहना है कि जबकि विद्यापीठ में दाखिले की प्रक्रिया पूर्ण नहीं होगी। तब तक छात्र स्ववित्तपोषित कालेजों की ओर रूख नहीं करेंगे। इसके पीछे स्ववित्तपोषित कालेजों में शुल्क अधिक होना मुख्य कारण है।

42 पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया जारी काशी विद्यापीठ के स्नातकोत्तर (पीजी), व्यावसायिक व डिप्लोमा स्तर के 42 पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। इन पाठ्यक्रमों के अभ्यर्थियों द्वारा पोर्टल पर अपलोड प्रमाणपत्रों का आनलाइन सत्यापन आठ से 11 नवंबर तक किया जाएगा। वहीं आपत्तियों के निस्तारण के लिए अभ्यर्थियों को 12 नवंबर को एक दिन का मौका दिया जाएगा। इसके बाद प्रमाणपत्रों का भौतिक सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को 13 व 14 नवंबर को एसएमएस भेजा जाएगा। पाठ्यक्रमवार प्रमाणपत्रों का भौतिक सत्यापन 16 से 18 नवंबर को होना है। ऐसे में मेरिट सूची में शामिल अभ्यर्थियों को निर्धारित तिथि पर अपने मूल प्रमाणपत्रों के साथ विश्वविद्यालय आने का सुझाव दिया गया है।