काशी में शुरू हुआ महाशिवरात्रि का काउंट डाउन

वाराणसी (रणभेरी सं.)। बाबा विश्वनाथ शिव की नगरी में महाशिवरात्रि की रंगत छाने लगी है। काशी में स्थित सभी मंदिरों में बाबा के विवाह की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। इस अवसर पर निकलने वाली शिव बरात सबसे खास आकर्षण होती है तो पूर्व महंत आवास में किए जाने वाले विवाह के लोकाचार में काशीवासी घर के सदस्यों की तरह भाग लेते हैं। सभी मंदिरों में बाबा के विशेष पूजन-अर्चन, राग-भोग श्रृंगार के अलावा विवाह के अनुष्ठान किए जाते हैं। सर्वप्रमुख श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सात दिन पूर्व ही महाशिवरात्रि का काउंट डाउन आरंभ हो गया। वहां गुरुवार से सप्तदिवसीय धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो गए और पूरा परिसर रुद्र मंत्रों से गूंज उठा। धाम परिसर में स्थित भगवान शिव के अनेकानेक विग्रहों में से प्रमुख 15 विग्रहों का इन सात दिवसों में विधिपूर्वक पूजन-अर्चन, श्रृंगार व रुद्राभिषेक किया जाना है। प्रथम दिवस नवग्रह मंडपम् में पूजन-अर्चन के साथ ही मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने विभिन्न विग्रहों का रुद्राभिषेक किया।
प्रथम दिवस मनोकामेश्वर महादेव व चंद्रगुप्तेश्वर महादेव का हुआ पूजन-अर्चन
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने धाम में स्थित मनोकामेश्वर महादेव एवं चंद्रगुप्तेश्वर महादेव का विधि-विधान से पूजन और आराधना की। पूजन सामग्री अर्पित कर शास्त्रोक्त विधि से रुद्राभिषेक किया। डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण ने बैकुंठेश्वर एवं दंडपाणीश्वर महादेव का विधि विधान से रुद्राभिषेक किया। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्र ने अविमुक्तेश्वर महादेव, तारकेश्वर महादेव एवं नवग्रह मंडपम का रुद्राभिषेक किया
महाशिवरात्रि की तैयारियों का शुभारंभ
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष नवाचार प्रारंभ कर महाशिवरात्रि से पूर्व श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का रुद्राभिषेक किया गया था। इसी नवाचार को बढ़ाते हुए इस वर्ष भी धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का रुद्राभिषेक कर महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरूआत की गई है। इससे पहले बुधवार को गौरीनंदन श्रीगणेशजी का पूजन कर महाशिवरात्रि की तैयारियों का शुभारंभ किया गया था।
बच्चे और दिव्यांग श्रद्धालु घर से करें दर्शन
मंदिर प्रशासन की तरफ से विश्व भूषण मिश्रा ने दिव्यांगजनों और बच्चों से अपील करते हुए कहा कि महाकुंभ के अवसर को ध्यान में रखते हुए इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं के महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने का अनुमान है। इसलिए अगर संभव हो तो काशी विश्वनाथ धाम के आॅनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन करें