सोनिया-राहुल पर कार्रवाई से कांग्रेस आगबबूला, वाराणसी कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठी कांग्रेसी

वाराणसी (रणभेरी): नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद पार्टी उग्र हो गई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया। वाराणसी में कांग्रेसी कलेक्ट्रेट ऑफिस में घुस गए। मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे लगाए। कहा- जब जब मोदी डरता है, पुलिस को आगे करता है।
कांग्रेसियों ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वेषवश नेशनल हेराल्ड मामले में जिस तरह गलत और विद्वेष भावना से कार्रवाई कर रही है, वह निंदनीय है। आज तक कोई ऐसा तथ्य भी उजागर नहीं हुआ, जिसमें किसी भी व्यक्ति या संस्था पर कोई आरोप सिद्ध हुआ हो। ऐसे निराधार और बेबुनियाद, अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए गलत तरीके से कांग्रेस पार्टी को बदनाम किया जा रहा है। कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। मांग की कि इस केस में निष्पक्ष कार्यवाही हो।
कलेक्ट्रेट ऑफिस में ही कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। सूचना पर ADM सिटी आलोक सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को हटाने की कोशिश की। कांग्रेसियों की ADM से नोकझोंक भी हो गई। बाद में ADM ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे से ज्ञापन लिया। राघवेंद्र चौबे ने कहा कि सरकार हमारी संरक्षक सोनिया गांधी और राहुल गांधी की छवि बिगाड़ने का काम कर रही है। मोदी, अमित शाह के इशारे पर ईडी, सीबीआई काम कर रही है। कांग्रेस तानाशाही नहीं चलने देगी।
प्रवर्तन निदेशालय ED ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं। इसके विरोध में पार्टी आज (बुधवार को) विरोध प्रदर्शन कर रही है।
BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का अवैध अधिग्रहण कर लिया।
जून 2014 ने कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में एक्शन लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी।