सीएम योगी ने 56 जिलों के लिए मॉर्डन प्रिजन वैन का किया शुभारंभ, बोले-स्वस्थ्य समाज हमारा लक्ष्य

सीएम योगी ने 56 जिलों के लिए मॉर्डन प्रिजन वैन का किया शुभारंभ, बोले-स्वस्थ्य समाज हमारा लक्ष्य

(रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज रविवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 56 जिलों के लिए मॉर्डन प्रिजन वैन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह भी थे। इस मौके पर उनके साथ पुलिस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रिमंडल के सहयोगी मौजूद थे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान के लिए 77000 बूथ स्थापित हैं। दूसरे चरण में 33000 मोबाइल वैन से घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक दुनिया से पोलियो का उन्मूलन नहीं होगा, हमें सतर्क रहना होगा।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 135 करोड़ लोग इस बीमारी से मुक्त हुए हैं। इसके बाद भी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और कुछ चुनिंदा देशों में इस संक्रामक बीमारी के बने रहने के कारण सतर्कता के लिए प्रतिवर्ष पोलियो उन्मूलन का अभियान संचालित किया जाता है। पोलियो उन्मूलन के साथ ही उत्तर प्रदेश मलेरिया, कालाजार और इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर भी प्रभावी नियंत्रण पाने में सफल हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पल्य पोलियो अभियान के सफलता की कामना करने के साथ ही कहा कि बीते 12 वर्ष से उत्तर प्रदेश में पोलियो से संबंधित कोई मामला देखने को नहीं मिला है। यह तो स्वास्थ्य के प्रति हमारी जागरुकता कि नई कहानी कहता है। साथ ही उन्होंने कहा कि पोलियो एक संक्रामक बीमारी है। इसके उन्मूलन के लिए अभियान चलाया जा रहा है। सभी जगह पर सामूहिक प्रयास से समाधान निकलते हैं। कहीं पर भी बीमारी में उपचार से महत्वपूर्ण बचाव होता है। कोरोना संक्रमण काल में हमने देखा कि बचाव काफी कारगर रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। पोलियो का यह अभियान वर्तमान और भविष्य को बचाने का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के साथ सभी को जोडऩा होगा। स्वास्थ समाज से ही स्वस्थ राष्ट्र की परिकल्पना की जा सकती है। प्रदेश में संचारी रोग नियंत्रण के लिए हमारा अभियान जारी है।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश के 50 जिले चिन्हित किए गए हैं जहां विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को 2.28 करोड़ डोज दी जाएगी।