लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत, अजय राय बोले- यह मौत नहीं, हत्या

लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत, अजय राय बोले- यह मौत नहीं, हत्या

लखनऊ  (रणभेरी): लखनऊ में बुधवार को विधानसभा का घेराव को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई। मरने वाले प्रभात पांडेय (30) मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले थे। डेढ़ साल से लखनऊ में रह रहे थे। प्रभात पांडेय यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव रह चुके हैं। उनका शव सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है। मृतक के चाचा मनीष पांडेय ने लखनऊ के हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं प्रभात की मौत की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सिविल अस्पताल पहुंच गए। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार ने प्रदर्शन को रोकने के लिए नुकीली कीलें लगवाई थीं। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि सरकार युवक के मौत की जिम्मेदार है। यह मौत नहीं, हमारे कार्यकर्ता की हत्या है। कांग्रेस प्रभात पांडेय के परिवार को 10 लाख रुपए देगी। सरकार से हमारी मांग है कि मृतक प्रभात के परिवार को 1 करोड़ रुपए और एक सदस्य को नौकरी दे।

प्रभात पांडेय की मौत के मामले में उनके चाचा विज्ञान खंड गोमतीनगर निवासी मनीष ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है। मनीष के मुताबिक प्रभात एमिटी यूनिवर्सिटी के सामने पीजी में रहते थे। बुधवार शाम को 4:15 बजे उनके पास कांग्रेस दफ्तर से फोन आया था। बताया गया कि आपके भतीजा कांग्रेस दफ्तर में दो घंटे से बेहोश पड़े हैं। मनीष ने फौरन अपने परिचित संदीप को प्रभात के पास कार्यालय भेजा।

मनीष का कहना है कि प्रभात पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। प्रभात कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंचे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। प्रभात को पूर्व में भी कोई बिमारी नहीं थी। आरोप है कि ऐसा लग रहा प्रभात के साथ कुछ अनहोनी हुई है और अज्ञात कारणों से उनकी हत्या की गई है। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक प्रथमदृष्टया डॉक्टरों के मुताबिक कोई भी जाहिरा चोट प्रभात के शरीर पर नहीं पाई गई है। वीडियोग्राफी के साथ पैनल के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।