वाराणसी में मॉरिशस के पीएम के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दोनों देशों के आधिकारिक प्रतिनिधि भी रहे मौजूद
वाराणसी (रणभेरी): मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के काशी दौरे का आज तीसरा और आखिरी दिन है। वाराणसी में मॉरिशस के पीएम के साथ सीएम योगी शुक्रवार सुबह नदेसर स्थित तारांकित होटल में बैठक की। यह बैठक सुबह करीब दस बजे हुई थी। इससे पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी होटल पहुंचकर मॉरिशस के प्रधानमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के आधिकारिक प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। बैठक में उत्तर प्रदेश में निवेश और व्यापार की संभावनाओं पर विचार किया गया।
वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ बैठक की। इससे पहले वहीं मारीशस के पीएम से आनंदी बेन पटेल ने भी होटल पहुंचकर मुलाकात की।सुबह करीब दस बजे यह बैठक शुरू हुई सुबह 11.30 बजे बैठक समाप्त हुई है। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रविंद जगन्नाथ वाराणसी बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के आधिकारिक प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। भारत और मारीशस के झंडों को ताज होटल और आसपास के क्षेत्रों में लगाया गया है। भारत और मारीशस के संबंधों की थीम पर साज सज्जा के साथ ही पारंपरिक तरीके से कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ का स्वागत किया गया।
मॉरिशस के प्रधानमंत्री तीन दिवसीय काशी दौरे पर आए उनका स्वागत जीआई क्राफ्ट से भी किया गया। खास तरह का अंगवस्त्रम तैयार किया गया है, कुछ विशेष स्टोन जाली क्राफ्ट से तैयार मॉरिशस का राष्ट्रीय पक्षी डोडो को उकेरते हुए अंगवस्त्रम तैयार किया गया। बनारसी अंगवस्त्रम पर जरदोजी विधि से मॉरिशस और भारत के झंडे को बनाकर उस पर दोनों देशों के नाम झालर के साथ तैयार किया गया है। अंगवस्त्रम को सीएम योगी ने मॉरिशस के प्रधानमंत्री को भेंट किया।
पद्मश्री व जीआई विशेषज्ञ डॉ. रजनीकांत ने बताया कि रामनगर निवासी स्टेट अवॉर्डी बच्चा लाल मौर्या शिल्पी की टीम ने आठ दिन में तैयार किया। नक्काशी ऊपर से की गई। केसरिया रंग के बॉक्स में पैक किया गया है। इसी प्रकार जमालुद्दीन अंसारी और शादाब आलम द्वारा अंगवस्त्र पर जरदोजी विधि से मॉरिशस और भारत के झंडे को बनाया।मॉरिशस के राष्ट्रीय पक्षी क्राफ्ट से काशी के शिल्पियों के लिए व्यापार का एक नया मार्ग खुलेगा। डॉ. रजनीकांत ने बताया कि मॉरिशस में रहने वाले भोजपुरी समाज में यहां के पूजा पात्र के साथ ही रेशम के वस्त्र और आभूषण, साड़ी की मांग रहती है। लकड़ी के खिलौने भी अपनी पकड़ वहां बनाए हुए हैं।