मां को मंदिर भेजा, फिर दरवाजा बंद कर फंदे से लटक गया बेटा

मां को मंदिर भेजा, फिर दरवाजा बंद कर फंदे से लटक गया बेटा

वाराणसी । जिले के सामने घाट क्षेत्र के बालाजी नगर एक्सटेंशन में मां के साथ किराये के मकान में रहने वाले अक्षत प्रताप सिंह (18) ने लोहे की जंजीर का फंदा लगाकर जान दे दी। लंका थाने की पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस के अनुसार, सोमवार को घोषित सीबीएसई बोर्ड की 12वीं के परिणाम में कम नंबर मिलने से क्षुब्ध होकर अक्षत ने आत्मघाती कदम उठाया। बिहार के रोहतास जिले के कैथी निवासी जितेंद्र सिंह की पत्नी शालिनी सिंह इकलौते बेटे की पढ़ाई के लिए किराये पर कमरा लेकर वाराणसी में रहती हैं। बड़ी बेटी हिमाचल प्रदेश में रहकर मेडिकल की पढ़ाई करती है। सोमवार शाम अक्षत ने मां को संकटमोचन मंदिर जाकर दर्शन-पूजन करने के लिए कहा। इसके बाद घर का दरवाजा बंद कर किचन के सामने गैलरी में रोशनदान में जंजीर का फंदा लगाकर जान दे दी।  शालिनी मंदिर से घर आईं, लेकिन कई बार खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इंस्पेक्टर लंका फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तब तक अक्षत की मौत हो चुकी थी। इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्र ने बताया कि अक्षत ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में नंबर कम आने की वजह से जान दी है। घटना की सूचना पिता को दे दी गई है।