मिर्जामुराद में बीएससी छात्रा की हत्या के बाद बवाल, परिजनों और ग्रामीणों ने वाराणसी-प्रयागराज हाईवे किया चक्का जाम

मिर्जामुराद में बीएससी छात्रा की हत्या के बाद बवाल, परिजनों और ग्रामीणों ने वाराणसी-प्रयागराज हाईवे किया चक्का जाम

छात्रा के परिजन बोले- ढाबा पर बुलडोजर चले, एडिशनल सीपी के समझाने पर जाम हुआ खत्म

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर बुधवार की रात एमएससी की छात्रा की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव एक ढाबे पर खून से लथपथ कंबल में मिला। छात्रा सुबह घर से कॉलेज गई थी जिसके बाद उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने ढ़ाबा संचालक और मैनेजर समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया लेकिन 12 घंटे बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। नाराज परिजनों ने शव लेकर हाईवे पर चक्का जाम कर दिया है। वाराणसी प्रयागराज हाईवे के दोनों लेन बंद कर दी। वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। एडिशनल सीपी शिव हरी मीणा ने ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने कहा- होटल पर बुलडोजर चले। आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। एडिशनल सीपी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।

ग्रामीण छात्रा के शव को लेकर आदलपुर स्थित शव दाह घाट ले गए। जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान करीब 3 घंटे तक हंगामा चलता रहा। वाराणसी- प्रयागराज हाईवे पर 200 बड़े वाहन और 100 छोटे वाहन जाम में फंसे रहे। इसमें आफिस, नौकरी, काम और स्कूल जाने वाले लोग शामिल हैं। वाहन निकालने को लेकर चालकों से भी ग्रामीणों की नोकझोंक भी हुई। कुछ वाहन चालकों ने सर्विस रोड से निकलने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने सर्विस रोड पर को भी बंद कर दिया। हंगामा बढ़ने पर डीएपी गोमती आकाश पटेल मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मगर परिजन नहीं माने। जाम से 300 से अधिक वाहनों की कतार लग गई। बाद में एडिशनल सीपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। एडिशनल सीपी शिव हरी मीणा ने ग्रामीणों को समझाया। उन्होंने ग्रामीणों की मांगे मानने की बात कही और आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म कर दिया। ग्रामीण छात्रा के शव को लेकर अब अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान करीब 3 घंटे तक ग्रामीणों का हंगामा चलता रहा।

इसके बाद ग्रामीण मान गए और जाम खुल गया। अल्का दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ी थी। भाई अंजनी बिंद ने बताया-मेरी बहन सुबह 8 बजे ऑटो से कॉलेज के लिए निकली थी। दोपहर में 2 बजे तक आ जाती थी। नहीं आने पर हमने उसको कॉल की। लेकिन, फोन नहीं उठा रहा था। हमने पुलिस को जानकारी दी। बाद में पता चला कि किसी ने उसकी हत्या कर दी है। अल्का बिंद की फोटो, जिसकी लाश ढाबे के अंदर कमरे में मिली।

ढाबे पर कंबल में लिपटा मिला था शव

छात्रा के पिता ने इसकी जानकारी मिर्जामुराद पुलिस को दी। तभी पुलिस को सूचना मिली कि रूपापुर स्थित वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के किनारे ढाबे पर एक युवती कमरे में मृत पड़ी है। ढाबे का कर्मचारी जब कमरे की सफाई करने पहुंचा तो उसने शव देखा था। ढाबा कॉलेज से महज 500 मीटर दूरी पर है। पुलिस मौके पर पहुंची तो अल्का शव खून से लथपथ था। युवती की गले पर गहरे जख्म थे। पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से पड़ताल की। फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए। छानबीन में मौके से सब्जी काटने वाला एक बड़ा चाकू, नेक बैंड, स्टॉल, बैग और लड़की का मोबाइल बरामद हुआ है। भाई अंजनी बिंद ने बताया कि दोपहर में घर नहीं आने पर हमको टेंशन होने लगी, तो पुलिस को जानकारी दी।

कॉलेज के लिए घर से निकली थी छात्रा

मिर्जामुराद के मेहंदीगंज में रहने वाले चंद्रशेखर की बेटी अल्का बिंद (22) एमएससी फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। वह घर से 4 किमी दूर खोचवा स्थित डिग्री कॉलेज में जूलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही थी। बुधवार सुबह वह घर से कॉलेज के लिए निकली। घरवालों से बताया कि पेपर देने जाना है। लेकिन, शाम तक वह घर नहीं लौटी। परिवार को चिंता हुई तो उसे फोन किया। लेकिन, मोबाइल संपर्क के बाहर बताता रहा। अनहोनी की आशंका के चलते परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। कॉलेज पहुंच जानकारी ली, तो पता चला किया आज उसका कोई पेपर ही नहीं था।

तीन घंटे के लिए 15 सौ रुपये में बुक था कमरा

रूपापुर में जिस विधान बसेरा ढाबे के कमरे में छात्रा अलका बिंद की हत्या हुई है, वह 1500 रुपये में दो से तीन घंटे के लिए बुक था। पुलिस की आरंभिक जांच में सामने आया है कि युवक यहां से करीब 12 बजे निकला होगा। युवती का फोन भी दोपहर से बंद था। आशंका है कि युवती की हत्या सुबह 10 से दोपहर 12 बजे के बीच हुई होगी। मामले में पुलिस ने ढाबे के तीन कर्मचारियों को हिरासत में लिया है।

रूपापुर में हाईवे पर स्थित विधान बसेरा खोचवां निवासी का है। सामने बड़ा ढाबा भी संचालित होता है। जबकि पिछले हिस्से में एक पुराने मकान के कमरे प्रति घंटे शुल्क पर दिए जाते हैं। पुराने मकान में आगे बरामदा है, जहां चारपाई पड़ी रहती है। अंदर चार-पांच कमरों में तख्त और गद्दे हैं। पुलिस की आरंभिक जांच में पता चला है कि युवक सुबह ऑटो से ढाबे के पास रुका। सुबह 9.08 बजे चाबी ली और मकान के पीछे वाले कमरे में चला गया। 15 मिनट बाद युवती भी ऑटो से पहुंची और कमरे में चली गई। शाम करीब चार बजे उसी कमरे में छात्रा का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। घटना के खुलासे के लिए एसओजी समेत कुल पांच टीमें गठित की गई हैं। पुलिस ढाबे का सीसीटीवी कैमरा देख रही थी। सुबह 11 बजे तक की फुटेज देख पाई थी, तब तक तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद डीवीआर थाने लाया गया। कमरे से एक मोबाइल कवर और छात्रा का बैग भी मिला है।

अवैध रूप से दिया जाता था कमरा-केबिन

मिर्जामुराद के रूपापुर में हाईवे स्थित जिस विधान बसेरा ढाबे में युवती की हत्या हुई, वह अवैध रूप से संचालित है। इसका कोई लाइसेंस नहीं है। डीसीपी गोमती जोन ने बताया कि अवैधानिक तरीके से कमरे बुक किए जाते थे। कमरा बुकिंग की कोई अनुमति या लाइसेंस नहीं है। कमरे बुक कराने वालों से उनके पहचान पत्र भी नहीं लिये जाते थे। इसे सील कराने की कार्यवाही की जा रही है। केवल विधान बसेरा ढाबे में ही नहीं, इस तरह से अवैध तरीके से कमरे मुहैया कराने का धंधा अखरी से मिर्जामुराद, कछवां रोड तक तक जारी है। खासतौर से हाईवे किनारे शैक्षणिक संस्थानों के आसपास के होटल, ढाबों में यह गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है। है। कई ढाबों में बाकायदे केबिन बनाकर बुकिंग की जा रही है। शराब पीने-पिलाने से लेकर अन्य गलत गतिविधियां संचालित हैं। स्थानीय पुलिस को पूरी खबर है लेकिन सुविधा लेने से लेकर हर माह की वसूली के कारण अब तक एक भी कार्रवाई नहीं की गई। इसके कारण लोगों के हौसले बुलंद हैं।