पीएम मोदी अगेन फाइटिंग फाइव इयर सेक्योर्ड प्लान

पीएम मोदी अगेन फाइटिंग फाइव इयर सेक्योर्ड प्लान
पीएम मोदी अगेन फाइटिंग फाइव इयर सेक्योर्ड प्लान

*जे अड़ी पर चंप के लड़ी उहे रण में भारी पड़ी
समय- रात्रि के 11.30 बजे
स्थान- गिरजाघर स्थित गामा पान वाले के समीप बेबी टी स्टाल
बहस का मुद्दा-
कौन बनेगा प्रधानमंत्री?
- अंकित मिश्रा

वाराणसी (रणभेरी)। लोकसभा चुनाव में अब दो चरणों छठे व सातवें चरण का रण बचा है। इन दो चरणों में 27 सीटें हैं। इन सीटों पर जीत के लिए राजनैतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इनमें प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, मुख्यमंत्री का गृह जनपद गोरखपुर व सपा का गढ़ माने जाने वाली आजमगढ़ सीट भी शामिल है। एनडीए व विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के अलावा बसपा भी इन सीटों को जीतने के लिए और दमखम दिखाएगी। इन सब के बीच ‘गूंज उठी रणभेरी’ की टीम मतदाताओं का सियासी मूड जानने निकला। लोगों से चाय पर चर्चा की।

...और बनारसी मूड में बीजेपी समर्थक ने छेड़ दी तान 
 समय रात्रि करीब 11.30 बजे। गिरजाघर स्थित बाबू यादव के बेबी टी स्टाल पर सजी गोदौलिया की अड़ी पर भाजपाई गणेश पटेल ने गाड़ी से उतरते ही तान छेड़ी, कोई नहीं है टक्कर...। अड़ी पर जमे तो समाजवादी और कांग्रेसी भी, लेकिन बाबा का प्रसाद या फिर चाय की चुस्की के बावजूद उनकी इंद्रियां ऐक्टिव मोड में नहीं थीं। इसी बीच चाय विक्रेता बाबू यादव की जुबान खुली और बोले, बैठा कमल छाप वाले...। अबहीं परिणाम आवे में समय हव। इतना सुनते ही अड़ी पर बैठे राजन कश्यप कहां चुप रहने वाले। बोल फूटे, लालटेन लेकर खोजबा तब्बो मोदी के खिलाफ कोई चुनाव लड़े वाला न मिली।
अजय राय देत हउन कड़ी टक्कर 
 गणेश व राजन  की नमो-नमो की धुन सुन बड़ी देर से खामोश बैठे श्याम यादव व सलीम की इंद्रियां ऐक्टिव हुईं। बतकही आगे बढ़ाते हुए बोले, अखिलेश-राहुल एक होके लड़त हउन, हल्के में मत लिहा। मोदी के ई बार अजय राय कड़ी टक्कर देत हउन। चुनावी चकल्ल्स के बीच अड़ी पर चाय पीने पहुंचा विदेशी जोड़ा हतप्रभ। अड़ीबाजों की कच कच से घबराए विदेशियों को समझाने में जुटे दुकानदार बाबू यादव बोले, हलो... इज एलेक्शन...। दिस टाइम मोदी अगेन फाइटिंग...फाइव इयर सेक्योर्ड प्लान...।
रणभेरी टीम ने जाना मिजाज 
अड़ी पर पहुंची गूंज उठी रणभेरी की टीम ने लोगों से चुनावी मिजाज और मुद्दा जाना। इस दौरान भाजपा समर्थकों ने बनारस के विकास का दावा किया तो विपक्ष के समर्थकों ने कहा, विकास के नाम पर केवल जुमला दिया गया। इस दौरान तीखी बहस भी हुई। मणिपुर घटना, किसानों का मामला और राम मंदिर समेत अग्निवीर का मुद्दा उठाया गया।

*आप प्रबुद्ध होने का पटका गले में लटकाकर राजनीति के पंडित होने का दावा करते रहिए, टीवी डिबेट के आधार पर चुनावी रण के सटीक विश्लेषण का दम भरते रहिए। फक्कड़ मस्त बनारसी तो अपने मिजाज के मुताबिक हालात का आकलन करता है। वह शहर की गलियों से लेकर सड़क के कोने कतरों तक पसरी चाय की हर वक़्त गुलजार अड़ियों की नब्ज टटोलकर ही चुनावी हरारत की खबर रखता है। किसी ढांप-तोप की परवाह किए बगैर अड़ियों पर हर वक्त जारी मौखिक घमासान ही उसकी घनघोर जानकारियों का सोता (स्रोत) है। दरअसल, बनारस में चाय की ये अड़ियां सिर्फ चायखाना नहीं बल्कि शहर का करेजा है। पूरे दुनिया जहान से लेकर नगर के टोले-मोहल्लों तक की धमनियां और शिराएं यहां से सीधी जुड़ती है। रोजमर्रा की जिंदगी हो या कोई खास इवेंट, चेतना की धारा यहीं से दाएं-बाएं मुड़ती है। तभी तो शहर की विभिन्न अड़ियों के घनघोर अड़ीबाजी सीना ठोककर दाबा करता है की - जे अड़ी पर चंप के लड़ी, उहे रण में भारी पड़ी। तो आइए रणभेरी के संग और समझिए इन अड़ियों व इनके महंतों से की आखिर किस तरफ जा रही है आज की सियासी जंग। किसके झंडे का गरने वाला है डंडा और किसके झंडे का उड़ने वाला है रंग! -कुमार अजय  
 
गूंज उठी रणभेरी से बातचीत में भाजपा समर्थक ने कहा कि, मोदी के अलावा कोई नहीं है। बाकी जो है सबकी जमानत जब्त होगी। बनारस के लोग सोच-समझ के नेता चुनते है। 2014 में बनारस ने देश का प्रधानमंत्री दिया। बनारस सहित देश का कायापलट हो गया।
 -गणेश पटेल

भाजपा के एक अन्य समर्थक ने कहा, बनारस में मुकाबला ही नहीं है, यहाँ एक तरफा चुनाव है। केवल मोदी और कोई नहीं है। बनारस में मोदी का 2014 से 2019 तक केवल मोदी का वोट बढ़ता रहा। 2024 में भी नया रिकॉर्ड बनेगा। हर बनारसी मोदीमय है। -राजन कश्यप 

सपा के समर्थक ने कहा कि भाजपा ने बदलाव और विकास के नाम पर लोगों को उजाड़ा है। उसका सीधा उदाहरण विश्वनाथ धाम है। और बदलाव तब होता जब हमारे बनारस का नौजवान रोजगार पाता, बनारस में कोई इंडस्ट्री आती और यहाँ के युवाओं को रोजगार मिला होता तो बदलाव आता। खाली चमक-धमक से तो बदलाव होगा नहीं। -श्याम यादव

कांग्रेस समर्थक ने कहा, इस बार बनारस में कोई मोदी लहर नहीं है। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी व काशी के बेटे अजय राय उनको टक्कर दे रहे। बनारस में विकास के नाम पर सिर्फ़ दिखावा किया गया है। सलीम ने यह भी दावा किया कि, मोदी बनारस से जीतेंगे या नहीं ये तो चार जून को पता चल ही जाएगा। -सलीम