दिल्ली से आया गणना कार्ड, डोर-टू-डोर जाएंगे बीएलओ

दिल्ली से आया गणना कार्ड, डोर-टू-डोर जाएंगे बीएलओ

वाराणसी (रणभेरी सं.)। वाराणसी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। दिल्ली से गणना कार्ड आ चुका है। अब बीएलओ की ट्रेनिंग का काम शुरू होगा। ट्रेनिंग के बाद उनकी तैनाती की जाएगी। जुलाई माह से मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य शुरू हो जाएगा। विकास भवन स्थित जिला पंचायत चुनाव कार्यालय में मतदाता पुनरीक्षण कार्य के लिए गणना कार्ड आ चुका है। बीएलओ को प्रशिक्षण देने के बाद उनकी तैनाती संबंधित पोलिंग बूथ पर की जाएगी। बीएलओ गणना कार्ड लेकर अपने पोलिंग बूथ से जुड़े मतदाताओं के घर जाएंगे। गणना कार्ड पर मतदाताओं ने नाम जोड़ने, काटने, संशोधन आदि की प्रक्रिया इसी पर करेंगे। मतदाता पुनरीक्षण अभियान से पहले वाराणसी में राजस्व गांवों का पुनर्गठन होगा। वर्ष 2020 में हुए पंचायत चुनाव में 760 ग्राम पंचायत शामिल हुए थे। वाराणसी में कई गांव अब नगर निगम में शामिल हो चुके हैं। वाराणसी में 66 गांव ऐसे हैं जो नगर निगम में शामिल हो चुके हैं, मतलब कि अबकी चुनाव में 694 ग्राम पंचायतें शामिल होंगी। इस लिए मतदाता पुनरीक्षण कार्य से पहले नए सिरे से राजस्व गांवों का गठन होगा। वाराणसी में आगामी त्रिस्तरीय जिला पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के 40 पद, बीडीसी के 1007, 694 ग्राम प्रधान और 8978 ग्राम पंचायत सदस्य के पद पर चुनाव होंगे।

05 साल पहले 17.53 लाख मतदाता

पिछले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वर्ष 2020 में वाराणसी जिले में कुल 17.53 लाख मतदाता थे। चिरईगांव में 1.98 लाख, चोलापुर में 2.19 लाख, हरहुआ में 1.65 लाख, काशी विद्यापीठ में 2.07 लाख, पिंडरा में 2.50 लाख, बड़ागांव में 2.12 लाख, आराजीलाइन में 2.90 लाख और सेवापुरी में 2.08 लाख मतदाता शामिल थे। 2026 में होने वाले चुनाव में मतदाताओं की संख्या में और वृद्धि होगी या अधिसंख्य गांवों के नगर में शामिल होने से मतदाताओं की संख्या घटेगी, मतदाता पुनरीक्षण कार्य में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

हर बूथ से हटेंगे 200 वोटर

भारत निर्वाचन आयोग की नई व्यवस्था के तहत अब एक बूथ पर 12 सौ मतदाता ही होंगे। पहले एक बूथ पर 14 सौ वोटर होते रहे। बूथ पर भीड़ अधिक होने के कारण कई मतदाता लंबी लाइन देखकर बिना मतदान किए चले जाते हैं। ऐसी शिकायतों और मतदाताओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए निर्वाचन आयोग ने यह फैसला लिया है। वाराणसी में वर्तमान समय में लगभग 31 सौ पोलिंग बूथ हैं। चुनाव आयोग के इस फैसले से वाराणसी में भी पोलिंग बूथ की संख्या बढ़ेगी। जिला निर्वाचन कार्यालय और जिला प्रशासन ने नए पोलिंग बूथ के लिए प्रकिया शुरू कर दी है। मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के साथ ही पता चलेगा कि कितने नए पोलिंग बूथ की जरूरत पड़ेगी।

01 हजार जनसंख्या पर एक ग्राम पंचायत का प्रावधान

एक हजार की जनसंख्या पर एक ग्राम पंचायत गठित की जाएगी। यदि किसी ग्राम पंचायत का हिस्सा नगर क्षेत्र में शामिल हो चुका है और उसमें सिर्फ एक ही राजस्व गांव बचा है, तो उसे समीपवर्ती ग्राम पंचायत में मिलाया जाएगा। वहीं यदि बचा हुआ राजस्व गांव पंचायत बनने के मानकों को पूरा करता है, तो उसे स्वतंत्र ग्राम पंचायत घोषित किया जा सकता है।