बनारस में हर घंटे बिजली की ढ़ोल, भीषण गर्मी खोल रही ढोल की पोल

बनारस में हर घंटे बिजली की ढ़ोल, भीषण गर्मी खोल रही ढोल की पोल

*पीएम के संसदीय क्षेत्र में बिजली विभाग की उदासीनता का खामियाजा भुगत रही आम जनता...
*शिकायत के बाद भी नहीं दूर हो रही बिजली कटौती की समस्या, भीषण गर्मी में बेहाल काशीवासी...

वाराणसी (रणभेरी)।  गर्मी अब लाल आंखें दिखाने लगी है, सितम ढा रही है। हालत यह है कि सुबह आठ बजे के बाद से ही आसमान से अंगारे बरसने लग रहे हैं। इस कारण दस बजते ही कई सड़कें सूनी हो जा रही हैं। तेज धूप एवं भीषण गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। तापमान 42 डिग्री पहुंच गया है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिजली विभाग के निकम्मेपन ने हकीकत की पोल खोल दी है। पर्यटक का पंसदीदा जगह काशी होने के कारण जब यहां विकास की नई गाथा लिखी जा रही थी तो उसमें बनारस को 24 घन्टे बिजली देने की बात भी शामिल था। लेकिन बिजली विभाग के लापरवाही से यहां बिजली की व्यवस्था बेपटरी हो चली है। भीषण गर्मी में भी अघोषित बिजली कटौती के कारण काशीवासी बिलबिला रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक किसी भी समय अघोषित बिजली कटौती से आमजन परेशान हैं। उमस और बेचैनी से बीते कई रातों से कई इलाकों में बेहाली में गुजरी। ज्यों ज्यों दिन चढ़ता गया त्यों त्यों तापमान में वृद्धि होती गई। छुट्टी होने के बाद घरों को लौट रहे स्कूली बच्चों के चेहरे भीषण गर्मी से लाल हो रहे। बिजली कटौती के कारण लोगों की पूरी दिनचर्या खराब होकर रह जाती है। उमस भरी गर्मी से छोटे बच्चे, महिला और बुजुर्गों को भारी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती से लोगों में रोष व्याप्त है।
नहीं उठता जिम्मेदारों का फोन
बिजली गुल होने के बाद पता नहीं होता है कि बिजली दोबारा कब आएगी। दिन हो या रात बस लोगों को अघोषित बिजली कटौती का ही भय सताता रहता है कि बिजली ना जाने कब गुल हो जाए। ऐसे में जब कोई बिजली आने के संदर्भ में नजदीकी सबस्टेशन या जेई को फोन करता तो या तो फोन आॅफ रहता या फिर कोई फोन नहीं उठाता। शहर से तमाम इलाकों से बिजली कटौती की खबर आती लेकिन जिम्मेदार इसकी संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझते।
उपकरण सेविंग के नाम पर हर घंटे हो रही कटौती
बनारस बिजली कटौती मुक्त है, फिर भी उपकरण सेविंग के नाम पर हर एक घंटे में बिजली कटौती की जा रही है। पिछले 24 घंटे में 17 बार बिजली काटी गई। अलग-अलग क्षेत्रों में यह कटौती 30 मिनट से चार घंटे के बीच रही है। ट्रिपिंग और फॉल्ट की समस्या बनी हुई है। लंका क्षेत्र में रात को दस बजे के बार बार बिजली काटे जाने से लोग परेशान हो गए। लहरतारा में भी रात दस बजे के बाद दो फेज की बिजली गुल हो गई। इससे कूलर, पंखा और एसी चलना बंद हो गया। भीषण गर्मी के बीच लोग परेशान हो गए। जीटी रोड से सटे मोहल्लों, कॉलोनियों में बिना किसी पूर्व सूचना के सात-सात घंटे तक आपूर्ति बाधित रहती है। काशी विश्वनाथ, दशाश्मेध, अस्सी घाट क्षेत्र, लंका, नरिया, मैदागिन जैसे पर्यटन क्षेत्र और वीआईपी रविंद्रपुरी कॉलोनी, सिगरा, महमूरगंज, पन्नालाल पार्क से सटी कॉलोनियों में भी कटौती की जा रही है। ग्रामीण इलाकों की स्थिति ज्यादा खराब है। बिजली निगम के रिकॉर्ड के अनुसार सोमवार को लोकल फॉल्ट और उपकरण सेविंग के नाम पर 17 बार बिजली काटी गई।