बजट 2023-24 : बोली गृहणियां- महंगाई का नहीं रखा गया ध्यान, रसोई में राहत नहीं...

बजट 2023-24 : बोली गृहणियां- महंगाई का नहीं रखा गया ध्यान, रसोई में राहत नहीं...

बजट से गृहणियां ज्यादा खुश नहीं, महंगाई का बजट में ध्यान नही रखा गया

वाराणसी (रणभेरी): वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश किये जाने के बाद व्यापारियों व आम लोगों में प्रतिक्रिया होने लगी हैं। किसी ने बजट को सराहा और देश के विकास में मील का पत्थर बताया। वहीं गृहणियां ज्यादा खुश नही हैं। मध्यम व गरीब वर्ग के लोगों का कहना है कि महंगाई का बजट में ध्यान नही रखा गया। बजट को लेकर रामनगर औद्योगिक क्षेत्र और एग्रो पार्क के उद्यमी व वाराणसी व्यापर मण्डल के व्यापारी बुधवार को सुंदरपुर स्थित राजेन्द्र विहार कालोनी के ओंकार भवन में जुटे। बजट का सीधा प्रसारण बजट देखा और मीडिया के सामने अपने विचार रखे। वाराणसी व्यापार मंडल की शाखा पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष आरती श्रीवास्तव ने कहाकि बजट फायदे मंद और नुकसानदेह भी है। उन्होंने कहाकि डिजिटल इंडिया को देखते हुए बजट पेश किया गया है। पहले इंडिया डिजिटल हो जाती तब ऐसा बजट देते। बायो गैस सस्ता किया गया लेकिन हर घर में बायोगैस पहुंचा नही है। इससे गृहणियों को क्या रहत मिलनेवाली है। पहले से ही घरों का बजट बिगड़ा था। उम्मीद थी कि सरकार इस बार  महिलाओं को राहत देगी। मगर ऐसा नही हुआ। रसोई घर का बजट बिगड़ता जा रहा है। रसोई गैस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। पिछली बार के बजट से भी महिलाएं नाखुश थीं। इस बार भी उन्हें खुशी नही मिली। वित्तमंत्री महिला है और उन्हें महिलाओं के बजट पर ध्यान देना चाहिए था। बच्चों का खिलौने और साइकिल सस्ती है। इससे थोड़ी राहत है लेकिन रसोई गैस के  बजट पर ध्यान नही दिया गया।

व्यापारिक संगठनों के सदस्यों ने की बजट पर चर्चा

महानगर उद्योग व्यापार समिति एवं वाराणसी व्यापार मंडल (काशी प्रान्त ) द्वारा सयुंक्त रूप से वित्त मंत्री द्वारा पेश किये जाने वाले 2023-2024 के बजट का सजीव प्रसारण देखा। इस दौरान महानगर अध्यक्ष प्रेम मिश्रा ने कहा कि, टैक्स में नई राहत आयकर स्लैब की संख्या छह से घटाकर पांच की गई। तीन से छह लाख रुपये पर 5 प्रतिशत और छह से नौ लाख रुपये पर 10 प्रतिशत, नौ लाख रुपये से 12 लाख रुपये पर 15 प्रतिशत और 12 लाख रुपये से 15 लाख रुपये 20 प्रतिशत और 15 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30 प्रतिशत कर लगेगा। टैक्स की एलान का स्वागत करते हुए आम जनता को टैक्स में राहत की घोषणा का स्वागत किया। महामंत्री अशोक जायसवाल ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। 

उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि टैक्स में किसी भी तरह की कटौती अच्छा कदम है। लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है।वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुज डिडवानिया ने कहा की बजट में सरकार ने पीएम आवास योजना का आवंटन 66 फीसद बढ़ाकर 79,000 करोड़ किये जाने का स्वागत करते हुए कहा की  इससे लोगों को रहने के लिए  तेजी से घर आवंटित होगा। इस दौरान  प्रमोद अग्रहरि, सन्नी जौहर, सुदेशना बसु (सीए), संजय गुप्ता, घनश्याम जायसवाल, सोमनाथ विश्वकर्मा, गोकुल शर्मा, सुजीत गुप्ता, कृष्णशरण अग्रवाल के साथ प्रमुख उद्यमी बैंक के उच्च अधिकारीगण के साथ-साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं अर्थशास्त्री मौजूद रहे।

बजट से महानगर उद्योग व्यापार मंडल निराश 

बजट पर परिचर्चा करते हुए प्रतिनिधि उद्योग व्यापार मंडल महानगर कार्यालय मे व्यापारियों ने आयकर स्लैब में कुछ विशेष नहीं देने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक मध्यम वर्ग को राहत नही मिलेगी बाजार में नगदी का प्रसार नही बढ़ेगा। नगद प्रवाह बढ़ने से ही सभी वर्ग खुशहाल होते हैं। अब तो बजट भी खाना पूर्ति हो गया। बीच में ही जीएसटी की दरों में वृद्धिकर जनता पर बोझ डाल दिया जाता है। मध्यम वर्ग के व्यापारी त्रस्त हैं। खर्च दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। आनलाइन व्यापार पर सरकार का नियंत्रण नही होने के कारण दुकान के खर्चे निकाल पाना मुश्किल हो रहा है। कर-प्रणाली जटिल होने के कारण सी ए, लेखाकार, वकील को काफी पैसा भुगतान करना पड़ता है। व्यापारी को सरलीकरण कर व्यवस्था दी जाये तो वह स्वागत योग्य होगी। अन्यथा अनुपालन करना उसके वंश का नहीं है। परिचर्चा में बदरूदीन अहमद, सुनील शुक्ला, आनंद पाण्डेय, मनीषा जैन, राजेश केशरी, राजेश उपाध्याय, महेश माहेश्वरी, पारस केशरी, शिवकुमार अग्रहरी , लालू जायसवाल, बलदाम पाण्डे, शानू चक्रवाल, मुनाजिर हुसेन् मंजू, शिव कुमार केशरी एड., गिरिजेश, नसीम, आशुतोष आदि उपस्थित रहे। परिचर्चा में नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश उपाध्याय को वाराणसी मण्डल का प्रभारी बनाने पर स्वागत किया गया।

जनता को उत्साहित करेगा बजट

भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित 2023 2024 का बजट जनमानस के लिए उत्साह वर्धक रहेगा। इस बजट में 10 लाख करोड़ खर्च करने का लक्ष्य निःसन्देह कृषि, मेडिकल, पैकिंग और आम जनता के उपयोगी वस्तुओं के लिए लाभकारी होगा और भारत की अर्थव्यवस्था को निःसंदेह विश्व पटल पर मजबूत करेगा।

बजट पर चार्टर्ड अकाउंटेंट्स स्टूडेंट्स ने की गहन चर्चा

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पांचवें बजट 2023- 24 को जारी किया गया। इस अवसर पर  के पूर्व अध्यक्ष सीए जय प्रद्धवानी द्वारा अपने चेंबर में बजट की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसमें वाराणसी के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स स्टूडेंट एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा बजट 2023 पर गहन अध्ययन एवं समीक्षा बैठक की गई।