खाताधारक को पता नहीं, खाते पर हो गया बैंक लोन, रुपये भी निकल गए

खाताधारक को पता नहीं, खाते पर हो गया बैंक लोन, रुपये भी निकल गए

गोरखपुर ।  एक्सिस बैंक के खाताधारक के बिना जानकारी के जालसाजों ने पहले 22 हजार रुपये खाते से निकाला और फिर तीन लाख रुपये का पर्सनल लोन ले लिया। जानकारी होने पर पीड़ित ने बैंक कर्मचारियों और साइबर अपराधियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है आरोप है कि बिना बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से लोन नहीं हो सकता है। फिलहाल, शाहपुर पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक, महराजगंज जनपद के श्यामदेउरवा इलाके के कुड़वा निवासी राजीव सिंह शाहपुर के रामप्रीत चौराहा के पास रहते हैं। उन्होंने शाहपुर पुलिस को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि असुरन मेडिकल रोड स्थित एक्सिस बैंक में उनका बचत खाता है। उन्होंने दो अप्रैल को गाड़ी में पेट्रोल डलवाने के लिए अपने बैंक खाते से रुपये निकालना चाहा, लेकिन नहीं निकला। बैंक जाकर पता किया तो कर्मचारियों ने बताया कि उनके खाते से किसी ने पहले से खाते में जमा 22 हजार रुपये और तीन लाख रुपये का पर्सनल लोन लेकर कई बार में 3.22 लाख रुपये निकाल लिया है। पीड़ित ने बैंक कर्मचारियों से कहा कि बिना उनकी अनुमति के कोई व्यक्ति कैसे लोन ले सकता है। मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर भी कोई जानकारी नहीं मिली। बैंक कर्मचारियों की मदद से साइबर अपराधियों ने उनके खाते से रुपये निकाले हैं।

गलत तरीके से लोन देने में पहले भी फंसे हैं कर्मचारी
बैंक में जालसाजी कर आम लोगों के रुपये हड़पने या फिर गलत तरीके से लोन देकर बैंक को चूना लगाने के जिले में कई मामले सामने आ चुके हैं। अभी सितंबर में ही शाहपुर पुलिस ने बैंक के अज्ञात कर्मचारियों पर जबरन क्रेडिट कार्ड देकर जालसाजी करने का केस दर्ज किया था। पुलिस इस प्रकरण की जांच कर रही है कि फिर एक बड़ा मामला सामने आ गया। इसमें तो सीधे तौर पर बैंक कर्मचारियों ने ही जालसाजी की है।

एक सितंबर 2023 : शाहपुर के पादरी बाजार के मानस विहार कॉलोनी निवासी अर्जुन कुमार ने बैंक कर्मचारियों पर केस दर्ज कराया। उनका आरोप है कि क्रेडिट कार्ड की उन्हें कोई जरूरत नहीं थी, लेकिन जबरन भेज दिया गया। बैंक जाने पर लॉक होने की जानकारी दी गई और उसके पास ही आए फोन कॉल से जालसाजी हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

8 जनवरी 2020 : कैंट थाने में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारियों पर जालसाजी का केस दर्ज किया गया था। महराजगंज, शिकारगढ़ के बांधा गांव निवासी सीमेंट व्यापारी सुधाकर राय ने केस दर्ज कराया था। बताया कि उन्होंने मई 2019 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जटेपुर शाखा से 25 लाख रुपये ऋण लिए थे। बैंक अधिकारियों ने ऋण स्वीकृत होने के बाद धरोहर के रूप में हस्ताक्षर कराकर उनसे चार सादे चेक लिए थे। उनमें से तीन चेक का इस्तेमाल कर 30 व 31 मई 2019 को उनके खाते से 16 लाख रुपये निकाल लिए गए।

18 अप्रैल 2023 : शाहपुर इलाके के हरिद्वारपुरम फेज-2 कॉलोनी निवासी रंजू सोनी के तीन खातों से एक लाख 99 हजार 899 रुपये साइबर अपराधियों ने उड़ा दिए। आरोप है कि बिना ओटीपी, यूपीआई के ही खाते से जालसाजों ने रकम उड़ा दी। पुलिस ने यूनियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज किया था।

25 जून 2021 : कैंट थाने में व्यापारी कमल रुंगटा ने केस दर्ज कराया। उनका आरोप था कि उनकी पत्नी कला देवी और बहू स्वाती रुंगटा का बेतियाहाता स्थित एक्सिस बैंक में खाता है। दोनों ने संयुक्त लॉकर लिया है। लॉकर से 30 लाख रुपये कीमत के गहने गायब हुए थे। जिसमें सोने के दो हार, चार टप्स, एक अंगूठी, दो सोने की चूड़ी, हीरे का एक हार व दो टप्स, सोने के 14 सिक्के थे।

18 जुलाई 2022 : बड़हलगंज इलाके के एक शख्स की जमीन पर गलत तरीके से ऋण देने के मामले में आरोपी यूको बैंक के पूर्व प्रबंधक अब्दुल मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। वह राजघाट के रहमत नगर का निवासी है। आरोप था कि 2004 में मदरिया शाखा प्रबंधक रहने के दौरान उसने जालसाजी की थी।