कबीरा फेस्टिवल में इस साल बनारस घराना की धूम
वाराणसी (रणभेरी): घाटों की प्राचीनतम नगरी वाराणसी महिंद्रा कबीरा फेस्टिवल के छठे संस्करण का स्वागत करने के लिए तैयार है। फेस्टिवल के प्रोडूसर्स, महिंद्रा ग्रुप और टीमवर्क आर्ट्स ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के वाईस प्रेसिडेंट और कल्चरल आउटरीच के हेड जय शाह व टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजॉय के. रॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित किया। मीडिया से मुखातिब होते हुए दोनों ने कबीर के ज्ञान और समकालीन समय में उसकी महत्ता के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस साल के प्रोग्राम में देशभर से कई नामी कलाकार शिरकत करेंगे। प्रोग्राम में बनारस घराना के भी कई महत्वपूर्ण कलाकार हिस्सा लेंगे। टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर, संजॉय के. रॉय ने कहा, ह्लकबीर का दर्शन समयातीत है और उनका उद्देश्य भिन्न समुदायों को एक-दूसरे के करीब लाना है। हर साल, महिंद्रा कबीरा फेस्टिवल के माध्यम से हम 15वीं सदी के संत कवि के इन्हीं विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने की कोशिश करते हैं। इस साल बनारस घराना के प्रसिद्ध स्थानीय कलाकारों की मदद से हम इस प्राचीन नगरी की विविधता को प्रस्तुत करेंगे।
ह्ल महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड, कल्चरल आउटरीच के हेड और वाईस प्रेसिडेंट, जय शाह ने कहा, ह्लमहिंद्रा ग्रुप एक बार फिर से बनारस में महिंद्रा कबीरा फेस्टिवल को प्रस्तुत करते हुए उत्साहित है। समावेशिता के प्रति दृढ़ता से खड़े रहते हुए, हमें गर्व है कि इस साल फेस्टिवल में बड़ी संख्या में महिला कलाकार हिस्सा ले रही हैं, पद्मश्री अरुणा साईंराम, विदूषी डॉ. कमला शंकर, जसलीन औलख, सुषमा सोम, फौजिया दास्तानगो और अन्य। हमारे साथ बनारस घराना के कई मशहूर स्थानीय कलाकार भी जुड़ेंगे, जो फेस्टिवल की विविधता और खूबसूरती में चार चाँद लगायेंगे। इस साल फेस्टिवल में शिरकत करेंगे बनारस घराना के सरोद उस्ताद पंडित विकास महाराज और उनके सुपुत्र प्रभाष महाराज और अभिषेक महाराज, गायक आशीष कुमार जायसवाल; थेओलोजी प्रोफेसर उमेश कबीर और संतूर वादक कुमार सारंग। बनारस घराना अपने लाइट क्लासिकल म्यूजिक के लिए प्रसिद्ध रहा है, जहाँ ठुमरी, दादरा, चैती, होरी और कजरी जैसी विधाएँ मिलती हैं। इसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए, संगीत की धरोहर के साथ, फेस्टिवल में इसका उत्कृष्ट रूप प्रस्तुत किया जायेगा।