बांझ होने की बुआ देती थीं ताना, अब पीसेंगी जेल की चक्की
गत दिनों पूर्व विवाहिता ने की थी खुदकुशी, मायके वालों के तहरीर पर मुकदमा
वाराणसी(रणभेरी): विवाह के बाद लंबे समय से मां न बन पाने की वजह आए दिन तानों से आजिज महिला ने आखिरकार अपनी जान दे दी। पारिवारिक उत्पीड़न और तानों के बारे में मायके वालों को भी पता था। ऐसे में आत्महत्या की जानकारी होने के बाद परिजनों ने मृतका के पति की बुआ के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की मांग की। जांच के दौरान पाया गया कि बुआ के उत्पीड़न और आए दिन के तानों की वजह से ही युवती ने अपनी जान दी है। ऐसे में युवती द्वारा फांसी लगाने के मामले में बुआ को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। पूरा मामला वाराणसी में चोलापुर के अजगरा (मल्लेपुर) ग्राम का है। जहां पर महिला द्वारा फांसी लगाने के मामले में मृतका के पिता बबलू विश्वकर्मा की तहरीर पर मृतका के पति की बुआ राजपति देवी पत्नी बुधराम के विरुद्ध पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय भेज दिया।
पुलिस के जांच में आरोप हुआ सही साबित
पुलिस ने भी जांच के दौरान पाया कि बुआ मृतका को बच्चे न होने को लेकर काफी समय से ताने मारती रहती थीं, जिसकी वजह से वह लंबे समय से अवसाद में चल रही थी। तनाव में आकर आखिरकार उसने अपनी जान दे दी।पुलिस के अनुसार जौनपुर जनपद के केराकत थाना क्षेत्र के अंतर्गत देवकली तकिया निवासी बबलू विश्वकर्मा की पुत्री रेनू देवी (26) की शादी छह वर्ष पूर्व अजगरा (मल्लेपुर) ग्राम निवासी रामकिशुन विश्वकर्मा के साथ हुआ था। इस बाबत मृतका के पिता बबलू ने आरोप लगाया है कि कोई भी संतान न होने के कारण मृतका के पति की बुआ राजवती देवी एवं ससुराल पक्ष के लोग आए दिन उसको ताना देते रहते थे। आए दिन के तानों के बारे में मायके भी उसने बताया था। आखिरकार तानों से क्षुब्ध होकर रेनू ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।