अस्सी घाट से सीधे गंगा में जा रहा सीवर का मल-जल
वाराणसी (रणभेरी सं.)। राजा भागीरथ ने कठोर तपस्या करके मां गंगा को धरती पर लाया था अपने पुरखों को तारने के लिए लेकिन आज उसी गंगा के जीवन पर संकट उत्पन्न हो गया है। लोगों के पापों को नष्ट करने वाली मां गंगा आज सीवर के मल जल से सन कर कराह रही है। वह खुद ही आज अपने जीवन को बचाने के लिए अपने पुत्रों से गुहार लगा रहे रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कागज पर तो गंगा को स्वच्छ करने के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है ।वहीं दूसरी तरफ गंगा में सीवर का माल सीधे बिना किसी रोक-टोक के जा रहा है ।आसि घाट पर विगत एक हफ्ते से सीवर जाम होने के कारण सीवर का मल जल सीधे गंगा में जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल इसी आसि घाट पर फावड़ा चलकर पूरे देश में स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया था। लेकिन आज वही आसि घाट एक तरह से नरक बन गया है। नगर निगम जल संस्थान के अधिकारी दवा तो खूब करते हैं की गंगा में एक बूंद भी सीवर का मंजिल नहीं जा रहा है वहीं दूसरी तरफ विगत एक सप्ताह से हजारों लीटर मल-जल आसि घाट से सीधे गंगा में प्रवाहित हो रहा है जिस रास्ते पर सीवर ओवरफ्लो होकर गंगा में बह रहा है उसे रास्ते से हजारों लोग प्रतिदिन अस्सी घाट पर गंगा स्नान करने एवं घूमने फिरने आते हैं और मजबूर होकर इस सीवर के गंदे पानी से आने जाने को मजबूर है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि भूमिगत गैस पाइपलाइन डालने के लिए गेल द्वारा खुदाई के दौरान सीवर का पाइप फट गया और तभी से सीवर का मल जल गंगा में जा रहा है इसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, स्थिति यह है कि मल जल के साथ कूडा करकट भी गंगा में सीधे प्रवाहित हो रहा है।