वाराणसी में जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई तो दर्ज होगा मुकदमा

वाराणसी में जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई तो दर्ज होगा मुकदमा

वाराणसी (रणभेरी): जुमे की नमाज को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। कई स्‍थानों पर जवानों ने फ्लैग मार्च भी किया। बता दें कि बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर कई स्‍थानों पर विरोध प्रदर्शन की घटनाएं हुई थी। इसको ध्‍यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन कल यानी शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट मोड में है। वहीं दूसरी शांति समिति की बैठक करके लोगों से शांति बनाए जाने की अपील भी की जा रही है। वही, वाराणसी में बुधवार को डीसीपी काशी आरएस गौतम ने कोतवाली थाने में धर्म गुुरुओं संग बैठक की। उन्होंने कहा कि किसी भी अफवाह में न आएं। यदि कोई व्यक्ति अफवाह फैलाता है या किसी प्रकार की कोई उद्दंडता करता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सोशल मीडिया पर किसी भी नफरत और द्वेष फैलाने वाले भ्रामक पोस्ट से बचें। यदि कोई ऐसा करता है तो इसकी तत्काल सूचना अपने नजदीकी चौकी और थाने को दें।

डीसीपी काशी आरएस गौतम ने कहा कि अपने आसपास, मोहल्ले के खासकर नवयुवकों को समझाएं, वह किसी के बहकावे में आकर कोई गलत कदम न उठाएं। नफरत व द्वेष भरे ऐसे कोई पोस्ट और कमेंट सोशल मीडिया पर न करें। बैठक में पातालपुरी मठ के महंत बृज किशोर दास, महंत नवीन गिरी, रविशंकर सिंह, कामेश्वर महादेव, राजेंद्र कुमार मिश्र, राम जानकी मंदिर के महंत अवध किशोर दास, सिविल डिफेंस के अनुज अग्रवाल आदि ने आश्वस्त किया कि उनके क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रहेगी।

ट्रैफिक पुलिस लाइन के सभागार में धर्म गुरुओं संग बैठक हुई। अपर पुलिस आयुक्त अपराध व मुख्यालय संतोष कुमार सिंह, डीसीपी वरुणा आदित्य लांग्घे ने जैतपुरा और आदमपुर के प्रबुद्ध जनों और धर्मगुरुओं संग संवाद से समाधान की नीति के तहत चर्चा की।पुलिस ने सतर्कता बढ़ाई आगामी जुमे की नमाज को लेकर पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। फील्ड के साथ ही पुलिस ने सोशल मीडिया पर भी कई टीमों को निगरानी में लगाया है। आपत्तिजनक पोस्ट, कमेंट और शेयर कर अशांति फैलाने वालों को चिह्नित करते हुए कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने सभी थानेदारों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप आदि पर निगरानी रखें। सांप्रदायिक सौहार्द व शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों को तत्काल चिह्नित करें। यदि किसी ने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द और शांति व्यवस्था को प्रभावित करने संबंधी पोस्ट और कमेंट किया जाता है तो तत्काल इसकी सूचना साइबर व सर्विलांस सेल को देंगे। टीमें तुरंत संबंधित के खिलाफ विधिक कार्यवाही करेगी।