बनारस को बचाइये... बीएचयू को बचाइये ... गरीबों को बचाईये !
*महामना की बगिया को भ्रष्टाचारियों तथा अपराधियों की चारागाह नहीं बनने देंगे : डॉ. ओमशंकर
वाराणसी (रणभेरी)। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में भ्रष्टाचार एवं अपराध एवं मरीजों के लिए बेड की मांग पर अड़कर 11 मई से हृदय रोग विभाग के कमरा नम्बर 19 में आमरण अनशन कर रहें हृदय रोग के विभागाध्यक्ष प्रो.डॉ ओमशंकर को उनके आमरण अनशन के 14 वे दिन बीएचयू के कुलपति प्रो.एस. के.जैन ने प्रो. डॉ. ओमशंकर को उनके पद से हटा दिया है। इस बीच प्रो. डॉ. ओमशंकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीएचयू कुलपति ने मुझे हटाकर यह साबित कर दिया है कि वे भ्रष्टाचारी चिकित्सा अधीक्षक का खुलेआम साथ दे रहे है, लेकिन किसी भी हाल में हम लोग महामना की बगिया को भ्रष्टाचारियों तथा अपराधियों का चारागाह नहीं बनने देंगे। कुलपति को मुझे हटाने से पहले उन गरीब मरीजों हेतु बेड के लिए मेरे द्वारा लिखे गए पत्र का संज्ञान लेना चाहिए था और चिकित्सा निदेशक द्वारा किये गए आदेश का अनुपालन के सम्बंध में जानकारी लेनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिससे यह अब पूरी तरह साफ हो गया है कि चिकित्सा अधीक्षक प्रो.के.के.गुप्ता का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी बीएचयू कुलपति उनको सेवा विस्तार केवल बीएचयू को लूटने के लिए दे रखें है। प्रो.डॉ ओमशंकर ने बनारस के लोगों एवं पुरातन छात्रों से भी अपील किया है कि बीएचयू को भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त, हरियाली युक्त बनाने के लिए इस अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है। उन्होंने आगे कहा कि यह मेरी खुद की लड़ाई नहीं बल्कि आप सभी की लड़ाई है। यह 80 करोड़ जनता को गरीबी के दलदल से बाहर निकालने की लड़ाई है, जिस कारण गरीबी की वजह से उनके जीवन में लंबे समय दुष्प्रभाव होता है। इलाज के नामपर लूट के कारण कई गरीबों की पूरी गृहस्थी तबाह हो जाती है, महंगी शिक्षा के कारण गरीब का बच्चा शिक्षा से वंचित रह जाता है और उसका भविष्य अंधकारमय बन जाता है । बीएचयू को मौजूदा कुलपति निजीकरण के दलदल में धकेलने की तैयारी कर रहें है, जो कि महामना पं मदन मोहन मालवीय के उच्चत्तम आदर्शों के खिलाफ है। इस अस्पताल का निजीकरण होते ही शिक्षा और चिकित्सा दोनों ही गरीबों की पहुंच से दूर हो जाएगा, फिर निजीकरण के कारण गरीबों से शिक्षा और इलाज के नामपर मोटी रकम वसूली जाएगी, जो बनारस समेत समूचे पूर्वांचल के लोगों के लिए किसी कठोर आघात से कम नहीं होगा। उन्होंने बनारस समेत पुरातन छात्रों से अपील किया है कि आपके बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए पं महामना की बगिया को उजाड़ने की तैयारी कुलपति द्वारा कर ली गई है ,अब इस महामना की बगिया को बचाने के लिए आप लोग आगे आइए। बीएचयू को बचाईये, बनारस को बचाईये, गरीबों को बचाईये। यह केवल मेरी नहीं आप सभी की लड़ाई है। यह 80 करोड़ उस जनता की लड़ाई है जो दूभर गरीबी में अपना जीवन यापन कर रही है।
विकास अग्रवाल हृदय रोग के नए विभागाध्यक्ष
हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. ओमशंकर के कई दिनों से अनशन पर बैठे होने के कारण खाली पड़े कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष का प्रभार शुक्रवार को प्रो. विकास अग्रवाल को दे दिया गया। आईएमएस बीएचयू के डायरेक्टर की संस्तुति पर कुलपति प्रो. सुधीर जैन ने उनकी नियुक्ति की है। यह जानकारी उप कुलसचिव सामान्य प्रशासन रंजीत शांडिल्य ने दी।