रेलवे स्टेशन से महाकुंभ क्षेत्र तक भीड़ प्रबंधन की बनेगी योजना

 रेलवे स्टेशन से महाकुंभ क्षेत्र तक भीड़ प्रबंधन की बनेगी योजना

प्नयागराज। महाकुंभ के मौके पर होने वाली संभावित भीड़ के मैनेजमेंट के लिए फिर से कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसके लिए अधिकारी मंथन करेंगे। रेलवे और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।  अगले वर्ष लगने वाले महाकुंभ मेले में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। इसी आंकड़े को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन अपनी तैयारियां कर रहा है। अभी तक 2019 कुंभ जैसी ही भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर किए जाने की तैयारी थी, लेकिन अब इसमें संशोधन होगा। इसके लिए रेलवे और जिला प्रशासन महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन से महाकुंभ क्षेत्र तक भीड़ प्रबंधन के लिए नई योजना तैयार करेगा। माहभर के भीतर नई योजना बनाए जाने की तैयारी है। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में डीआरएम हिमांशु बडोनी और मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के नेतृत्व में बैठक में प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के तमाम पहलुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज रामबाग, प्रयाग जंक्शन, प्रयागराज संगम, प्रयागराज छिवकी, झूंसी, नैनी, फाफामऊ और सूबेदारगंज स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ के आवागमन का पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण देखा गया। तय हुआ कि इसका संशोधित प्लान दिया जाए। अप्रैल में संशोधित योजना पर पुन: विमर्श होगा और अगर सबकुछ सही रहा तो उसे लागू करने के लिए अंतिम संस्तुति दी जाएगी। डीआरएम ने कहा कि स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्यों को देखते हुए सभी स्टेशनों का संयुक्त टीम द्वारा एक निरीक्षण किया जाए, ताकि मूवमेंट प्लान में किसी भी बाधा को पहले से चिह्नित कर उसे दूर कर लिया जाए। यह भी कहा गया कि जंक्शन पर सिविल लाइंस साइड से यात्रियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। महाकुंभ क्षेत्र, स्टेशन क्षेत्र में पंपलेट, ऑडियो-वीडियो, बैनर, लोक उद्घोषणा प्रणाली के सघन प्रयोग होगा। महाकुंभ से संबंधित कार्य जिसमें रेल ओवर ब्रिज, रेल अंडर ब्रिज, सड़क चौड़ीकरण आदि को तय समय पर पूरा कर लिए जाने को कहा गया। बैठक में कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन, एडीआरएम संजय सिंह, एडीआरएम शिवेंद्र शुक्ला, एसपी जीआरपी एपी सिंह, सीनियर डीएससी विजय प्रकाश पंडित, इंद्रा कुमार, विवेक शुक्ला, मदन कुमार, विवेक चतुर्वेदी, दयानंद प्रसाद रहे।