बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए बिजली विभाग की नई पहल

बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए बिजली विभाग की नई पहल

वाराणसी (रणभेरी)। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने बेहतर आपूर्ति के लिए नई पहल की है। नई दिल्ली, पटना, केरल व कर्नाटक की तर्ज पर काशी में भी ई-हाउस पावर सबस्टेशन बनेंगे। इसकी शुरूआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सबसे पहले नगर निगम उपकेन्द्र से होगी। कम जगह में बनने वाले ई-हाउस सबस्टेशन के ब्रेकर, पैनल, रिले और स्विच समेतसभी उपकरण एक कंटेनर के अंदर रहेंगे। सिर्फ 10-10 एमवीए के दो पावर ट्रांसफार्मर कंटेनर के बाहर रहेंगे। एमडी शंभु कुमार के प्रयास ई-हाउस पावर सबस्टेशन की योजना बनी है। एमडी के निर्देश पर मुख्य अभियंता नियोजन चंद्रजीत कुमार पटना में बने सबस्टेशन निरीक्षण किया। उसकी खासियत और लाभ के बारे में जानकारी हासिल की। ई-हाउस पावर सबस्टेशन में धूल नहीं जाएगी। इससे उसमें लगे लाखों रुपयों के बिजली उपकरण जल्द खराब नहीं होंगे। ट्रिपिंग लगभग जीरो हो जाएगाी। इस उपकेंद्र को कम मैन पावर पर भी संचालित किया जा सकता है। हाईटेशन लाइन या अन्य किसी उपकरण में खराबी आने पर स्कॉडा के कंट्रोल रूम से शटडाउन दिया जाएगा। इसकी आनलाइन मॉनीटरिंग होगी। 


खाली जगह वाले उपकेंद्रों का चयनकिया जा रहा:
एक ई-पावर हाउस सबस्टेशन के निर्माण पर लगभग 8 से 10 करोड़ खर्च आता है। सबस्टेशन निर्माण के लिए न्यूनतम 280 और अधिकतम 300 वर्ग मीटर जमीन की जरूरत पड़ती है। इसलिए खाली जगह वाले उपकेंद्रों का चयन किया जा रहा है।