पुल के पिलर में 24 घंटे से जिंदगी की जंग लड़ रहा 12 साल का बच्चा, बांस के सहारे पहुंचाया जा रहा खाना

पुल के पिलर में 24 घंटे से जिंदगी की जंग लड़ रहा 12 साल का बच्चा, बांस के सहारे पहुंचाया जा रहा खाना

(रणभेरी): बिहार के रोहतास जिले के अतिमि गांव स्थित नासरीगंज-दाउदनगर सोन पुल के दो पिलरों के बीच एक 12 साल का बच्चा 24 घंटे से फंसा हुआ है। उसे निकालने के प्रयास जारी हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने पिलर में छेद कर रंजन को निकालने का प्रयास किया लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। बच्चे की पहचान खिरियांव गांव निवासी शत्रुघ्न प्रसाद के पुत्र रंजन कुमार के रूप में हुई है। पिता के अनुसार उनका बेटा मानसिक रूप से विक्षिप्त है। एनडीआरएफ की टीम ने दीवार काटकर छेद बनाया है। बच्चे को बांस के सहारे खाना और पानी पहुंचाया गया है। रंजन पिलर के अंदर पूरी तरह होश में है। पाइप के सहारे बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है। मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। लोग बच्चे की सलामती की दुआ कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि बच्चे की हालत स्वस्थ है। जल्द ही उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं। रालोजद चीफ उपेंद्र कुशवाहा भी गुरुवार दोपहर को नासरीगंज पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक जमालपुर और अतिमीगंज के निकट नासरीगंज-दाऊदनगर सोन पुल की पिलर व दीवार के बीच 12 वर्षीय किशोर फंस गया। एक फुट से भी कम चौड़ी दरार से उसका शरीर आंशिक रूप से दिखाई दे रहा है। बुधवार दोपहर में पुल से रोने-चीखने की हल्की आवाज आई तो मामले का पता चला। सूचना पाकर बीडीओ जफर इमाम, सीओ अमित कुमार, एसआई शिवम कुमार, गौतम कुमार समेत प्रशासनिक पदाधिकारी दल-बल के साथ पहुंचे। परिजनों को ढांढ़स बंधाया। किशोर को बचाने का आश्वासन दिया और बचाव कार्य में जुट गए। सूचना पर एसडीएम समेत अन्य आला अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं।

पिता ने बताया कि उनका बेटा दो दिन से घर से गायब था। उसकी तलाश की जा रही थी। इसी दौरान बुधवार को दोपहर बाद पुल से गजर रही एक महिला ने लड़के को पिलर में फंसे देखा और वह रो रहा था। जिसके बाद महिला ने उसके परिजनों को सूचना दी। परिजनों के साथ बीडीओ मो. जफर इमाम, सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष सुधीर कुमार समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए। बुधवार शाम तक एसडीएम उपेंद्र पाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को शीघ्र रेस्क्यू कर बच्चे को बाहर निकालने का निर्देश दिया।