पीएम ने सरयू नहर परियोजना का किया लोकार्पण, UP के 9 जिलों के 30 लाख किसानों को मिलेगा फायदा

पीएम ने सरयू नहर परियोजना का किया लोकार्पण, UP के 9 जिलों के 30 लाख किसानों को मिलेगा फायदा

(रणभेरी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की सबसे बड़ी बलरामपुर में आयोजित कार्यक्रम में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया।  इसका काम 1971 में शुरू किया गया था, लेकिन इसको अंजाम तक लाने का काम उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किया है। गोंडा सहित नौ जिलों के किसानों के लिए यह परियोजना एक वरदान साबित होगी। जिले में 808 किलोमीटर लंबी इस नहर योजना से किसानों को मंहगी सिंचाई की परेशानी से प्रभावी तौर पर छुटकारा मिलेगा। गोंडा जिले में यह सरयू नहर बहराइच से होकर प्रवेश करेगी। एक-दो गैप को छोड़कर परियोजना का कार्य लगभग पूरा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरयू नहर परियोजना को 1972 में मंजूरी मिली थी तब से ये परियोजना पूरी नहीं हो पाई। कारण था, तत्कालीन सरकार, चाहे वो कांग्रेस, सपा या बसपा की रही हो, लेकिन किसी ने रुचि नहीं ली। नतीजा 40 वर्ष में परियोजना आधी भी पूरी नहीं हो पाई थी पर केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद परियोजना पूरी हो गई। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिन क्षेत्रों ने कभी सपना भी नहीं देखा था कि उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।

ऐसे क्षेत्रों में आज सरयू नहर परियोजना के माध्यम से किसानों को एक ऐतिहासिक सौगात मिली है। लाखों किसानों के सपने सच हुए हैं। वही इस मौके पर अपने भाषण में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी में सपा, बसपा कांग्रेस और जितने लोक दल परलोक दल हैं भले ही सब मिल जाए लेकिन उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा तीन सौ सीटें से ज्यादा जीतने जा रही है। उन्होंने पूछा कि अगर कमल नहीं खिला होता तो क्या भव्य राम मंदिर बन पाता, अगर कमल नहीं खिला होता तो सरयू नहर परियोजना पूरी हो पाती क्या, अगर कमल नहीं खिला होता तो कश्मीर से धारा 370 हट सकती थी क्या?

पीएम ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ को श्रद्घांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का लोकार्पण कर अपने भाषण में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ को श्रद्घांजलि दी और कहा कि उनका निधन देश के लिए बड़ी क्षति है। उनके निधन से हर देशभक्त दुखी है। ऐसे देश के वीर योद्घा को मैं नमन करता हूं। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि इस परियोजना से किसानों के खेतों की प्यास बुझेगी और हमारी संस्कृति में कहा भी जाता है कि अगर किसी प्यासे को पानी पिला दिया तो बड़ा पुण्य होता है। यह परियोजना किसानों की बड़ी जरूरत को पूरा करेगी। यह दिखाता है कि अगर सरकार की सोच ईमानदार हो तो काम दमदार होता है।

इस परियोजना की लागत 100 गुना ज्यादा बढ़ी

पीएम मोदी ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि देश के धन, समय और संसाधनों का दुरुपयोग होता है। 50 साल पहले शुरू हुई इस योजना की लागत 100 करोड़ रुपये थी पर आज इसे पूरा होने तक 10 हजार करोड़ की लागत हो गई है। ये व्यर्थ हुआ धन और समय जनता का है। पहले की सरकारों की लापरवाही के कारण इस परियोजना की लागत 100 गुना ज्यादा बढ़ गई है।

पीएम का अखिलेश यादव पर तंज 

इस मौके पर पीएम मोदी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं दिल्ली से आ रहा था तो सोच रहा था कि अभी कोई कहेगा कि इसका फीता तो उसने ही काट दिया था तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि उनका काम फीता काटना है और हमारा परियोजनाओं को पूरा करना है। यह डबल इंजन की सरकार का कमाल है। पांच दशक से ज्यादा काम पांच साल में हो गया है।