UP Vidhanmandal: विधानसभा में विपक्ष पर गरजे सीएम योगी, बोले- माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा
(रणभेरी): यूपी विधानसभा में आज शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की हत्या का मामला उठाया और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा हमला किया।सीएम योगी ने कहा कि इन गुंडों और माफियाओं को पाला किसने? उमेश पाल के परिवार ने जिस अतीक अहमद के ऊपर आरोप लगाया है, उसे पाला पोसा किसने? उस माफिया के खिलाफ हमने कार्रवाई की। क्या यह सच नहीं है कि उस माफिया को समाजवादी पार्टी ने ही एमएलए और एमपी बनाया। ये लोग चोरी और सीनाजोरी कर रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। उन्होंने कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे। इस पर अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी की भाषा पर सवाल उठाए। इस पर सदन में कुछ देर के लिए हंगामा हो गया। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के दखल के बाद सदन की कार्यवाही फिर से चलने लगी। शुक्रवार को बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और वकील उमेश पाल की स्वचालित हथियारों से गोली मारकर हत्या कर दी। हमले में उमेश की सुरक्षा में तैनात गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई। प्रयागराज पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद व उसके छोटे भाई पूर्व विधायक अशरफ पर केस चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव द्वारा भाजपा की पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठाने पर कहा कि पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण जनता का आदेश है। जनता ने भाजपा के पक्ष में लगातार लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 में जनादेश दिया है। यह पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण है। यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के विरोध पर मुख्यमंत्री योगी ने सपा को आईना दिखाते हुए कहा कि जो मातृ शक्ति का सम्मान नहीं कर पाया वह प्रदेश की आधी आबादी का क्या सम्मान करेगा? मुख्यमंत्री ने ‘गेस्ट हाउस काण्ड’ और ‘लड़के हैं लड़कों से गलती हो जाती है’ का भी जिक्र किया. मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश की जनता को दोषी मत ठहराओ, तुम अपने पिता का सम्मान नहीं कर पाए। अपने कारनामों को दोषी ठहराओ।