यूक्रेन ने उतारा आम लोगों को रूस के खिलाफ
(रणभेरी): यूक्रेन ने अपने अपने देशवासियों को रूस के खिलाफ आम लोगों को भी मैदान-ए-जंग में तैनात करने का आदेश दे दिया है।यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने यह निर्णय लिया है साथ ही इसके अलावा 18 से 60 साल की उम्र के लोगों के भी यूक्रेन छोड़ने पर पाबंदी लगा दी गई है। लगातार रूसी हमलों से यूक्रेन बुरी तरह घिरा नजर आ रहा है, लेकिन उसके हौसले अभी पस्त नहीं हुए हैं। यूक्रेन ने रूस की हथियार डालने की धमकी को फिर ठुकरा दिया है, और आम लोगों को मैदान-ए-जंग में उतर दिया है।
शुक्रवार को रूस ने एक बार फिर यूक्रेन के सैनिकों को हथियार डालने की चेतावनी दी, लेकिन यूक्रेन ने आत्मसमर्पण से इनकार कर दिया। इसके बाद रूस ने राजधानी कीव पर एयर स्ट्राइक कर दी है। कीव के रिहायशी इलाकों में लगातार छह धमाके हुए हैं। रूसी टैंकों के कीव में घुसने की भी खबर है। बेलारूस के रास्ते से रूसी टैंक घुसे हैं।
जेलेंस्की की आधिकारिक वेबसाइट ने आम तैनाती का आदेश प्रकाशित किया है। इसमें जंग के लिए आम लोगों को भी तैनात करने का हुक्म है। आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य अभियान और देश की रक्षा की खातिर लिया गया है। इससे युद्ध जारी रखने और यूक्रेन के सशस्त्र बलों और सहायक सैन्य इकाइयों को मदद पहुंचाई जा सकेगी।
राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन के सीमा रक्षा सेवा के प्रमुख डैनियल मेंशिकोव ने आदेश दिया कि 18 से 60 साल के पुरुष देश छोड़कर नहीं जा सकेंगे। उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि युद्ध को देखते हुए इस आयु वर्ग के पुरुषों को देश छोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कृपया घबराएं नहीं और बगैर इजाजत सीमा पार करने का प्रयास न करें। रूस लगातार बमबारी कर यूक्रेन को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। यूक्रेन ने भी कई रूसी विमानों व सैनिकों को मार गिराया है।