सप्तसागर दवा मंडी के व्यापारियों ने मैदागिन उपकेंद्र का घेराव किया, बोले व्यापारी - अघोषित बिजली कटौती से जीवन रक्षक दवाओं को बचाना संकट

वाराणसी (रणभेरी): सप्तसागर दवा मंडी में बिजली कटौती से परेशान होकर व्यापारियों ने गुरुवार को मैदागिन उपकेंद्र का घेराव किया और चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। जल्द से जल्द समस्या के समाधान करने की बात कही।
बता दें कि सप्तसागर दवा मंडी में लगभग 1 हफ्ते से बिजली कटौती जारी है। बिजली कटौती से लाखों की जीवन रक्षक दवाएं पिछले एक हफ्ते में बर्बाद हो चुकी है। दवाओं के रखरखाव के लिए बिजली जरूरी है। इस संबंध में संजय सिंह, महामंत्री दवा विक्रेता समिति सप्तसागर दवा मंडी ने बताया - यह पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी है। यहां जीवन रक्षक इजेक्शन फ्रीज में रखे जाते हैं। जिसका टेम्प्रेचर दवा कंपनी तय करती है। उसे हमें मेंटेन करना होता है, ताकि वो खराब न होने पाए। पिछले एक सप्ताह से दो घंटा तो कभी 5 घंटे लाइट कट जा रही है। बिजली विभाग के कर्मचारियों को फोन करने पर कहा जा रहा है कि बस आ रही है। लेकिन आती नहीं। इससे हमारा इंजेक्शन खराब हो रहा है।
संजय सिंह ने बताया कि आज हमलोग मैदागिन स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि फाल्ट है हम बनवा रहे हैं। एक सप्ताह से फाल्ट नहीं मिल रहा है। ऐसे में लाइट नहीं आ रही है। जो घोर लापरवाही है। लाइट की खराब स्थिति से जीवन रक्षक इंजेक्शन खराब हो रहे हैं। एक सप्ताह में लाखों का माल खराब हुआ है। ऐसे में कोई माल नहीं मंगवा रहा है। इससे लोगों के इलाज में फर्क आएगा। क्योंकि यहां दवा नहीं मिलेगी तो बाहर से लाने पर महंगा पड़ेगा।