बनारस को लुभाएगा सोया व्यंजनों का स्वाद : बिंदु दारा सिंह

बनारस को लुभाएगा सोया व्यंजनों का स्वाद : बिंदु दारा सिंह

"वीर जी" सोया मलाई चाप रेस्तरां का उद्घाटन करते हुए ख्यात अभिनेता ने कहा - काशी जैसा रस का पारखी दूसरा की नहीं

वाराणसी (रणभेरी): ख्यात अभिनेता तथा "वीर जी" सोया व्यंजन श्रृंखला के ब्रांड एंबेसेडर बिंदु दारा सिंह ने कहा कि स्वाद के रसिया शहर बनारस की सिफत यह है कि उसकी रसना को जो भी जायका भाता है उसे वह ललक कर अपनाता है। फिर चाहे वह देशी व्यंजन हो या विदेशी। वीर जी सोया मलाई चाप की पहली प्लेट काशीवासियों को परोसते हुए बिंदु दारा सिंह ने कहा कि पूरे देश में सोया व्यंजनों की स्वाद की धूम मचाने के बाद हम काशी आए हैं। अपने दावों पर स्वाद के पारखी शहर की पक्की मुहर लगवाने। हम जानते है कि यहां के "वाह" का उपहार पाने के बाद ही किसी भी स्वाद की असली परख को पूर्णता प्राप्त होती है।

अपने जमाने के मशहूर फ्री स्टाइल पहलवान तथा अभिनेता दारा सिंह के पुत्र व स्वयं में एक ख्यात फिल्म स्टार बिंदु ने "गूंज उठी रणभेरी" को बताया कि वे इस राष्ट्रीय व्यंजन श्रृंखला की हर डिश को सैकड़ों मानकों की कसौटी पर कसने के बाद ही वे पिछले दो साल से वीर जी मलाई चाप वाले चेन के ब्रांड एंबेसेडर बने। उन्होंने कहा कि सोया व्यंजनों का स्वाद हो या उसकी गुणवत्ता, दोनों ही लाजवाब है। हमें उम्मीद है कि एक तरफ इन व्यंजनों के स्वाद का जादू बनारस वालों के सिर चढ़कर बोलेगा। दूसरी तरफ सोया के प्राकृतिक गुणों का भंडार बेहतर सेहत के नए खजाने खोलेगा। उनका कहना था कि श्रृंखला में अपने उत्पादों के हाइजीन का पूरा-पूरा ध्यान रखा है।

सोया के सभी व्यंजन बिना हाथ लगाए स्वचालित मशीनों से तैयार किए जाते हैं। दक्ष, शेफ तथा कुशल कारीगरों की पाक कला के कई मानकों से गुजरकर ग्राहकों की प्लेट तक जाते हैं। उनका दावा यह भी था कि अब शुद्ध शाकाहारी लोग भी इन व्यंजनों में सामिष स्वाद का लुफ्त उठा सकेंगे। एक बार जो जायका रसना को भा गया तो वाह-वाह कहते नहीं थकेंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वीर जी के खाद्य उत्पाद जल्द ही बनारसी रसना को लुभाने लगेंगे। एक-एक कर बनारसी व्यंजनों की सूची में अपनी जगह बनाने लगेंगे। 

        मैं काशी की पुण्य धरा से ऊर्जा लेने आया हूं 

काशी की सादगी, सरलता साथ ही इसके अल्हड़पन पर फिदा बिंदु सिंह ने कहा - मैं काशी की पुण्य धरा से ऊर्जा लेने की चाहत में यहां आया हूं। बस एक ही अभिलाषा है कि बाबा विश्वनाथ के परम धाम की धूलि चंदन की तरह माथे पर धर सकूं। एक बार गंगाजल के आचमन से जीवन धन्य कर सकूं। उन्होंने बताया कि जब मैं छोटा था तो एक स्कूल ट्रिप में काशी आया था और यहां के सभी प्रसिद्ध मंदिरों की देहरी पर मत्था टिकाया था। उस यात्रा की धुंधली स्मृतियों के श्वेत, श्याम तस्वीरें दिलों दिमाग पर अब भी चस्पा है। इस बार बहुत कुछ बदला-बदला सा नजर आया है। लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी का समवेत प्रयास वाकई रंग लाया है। 

  कसक रह गई मन में...

बाबा विश्वनाथ की देहरी पर मत्था टेकने की वर्षों पुरानी अभिलाषा मन में संजोए रविवार को काशी पहुंचे ख्यात अभिनेता बिंदु दारा सिंह की आस टूट कर बिखड़ गई। प्रशासन के तुगलकी फरमानों के चलते न तो वे बाबा का दर्शन कर सके न ही गंगा जल के आचमन की उनकी लालसा पूरी हो सकी। परम सनातनी तथा बाबा के भक्त बिंदु सिंह अंत में इस प्रयास तक उतर आए कि स्वर्ण मंदिर के ही शिखर का ही दर्शन हो जाए। पर यह भी न हो सका। कायदानन तो वे प्रशासनिक प्रोटोकॉल के अधिकारी भी थे। किंतु प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई। भीड़ के कारण जब विश्वनाथ धाम तक पैदल या गाड़ी से पहुंचना संभव न हो सका तो उन्होंने गंगा घाटों का रुख किया ताकि नौका से ही बाबा के प्रासाद शिखर के दर्शन से ही मन को संतोष दें, किंतु बताया गया कि शाम सात बजे के बाद गंगा में नौकायन पर प्रतिबंध है। बेचारा भक्त मन में इसकी कसक लिए ही महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज के लिए रवाना हो गया।

 आने वाले समय में बनारस और भी ज्यादा विकसित होगा : बिंदु दारा सिंह 

लंका स्थित शिव शक्ति अपार्टमेंट में वीर जी मलाई चप वाले रेस्टोरेंट के उद्घाटन के लिए पहुंचे फिल्म अभिनेता बिंदु दारा सिंह ने अपने पिता दारा सिंह की यादों को ताजा करते हुए बताया कि उनके पिता ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि 2014 में बीजेपी की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंभ मेले के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन बहुत ही शानदार हो रहा है और वह बसंत पंचमी के अवसर पर प्रयागराज में स्नान करने भी गए। बिंदु दारा सिंह ने कहा कि अगर कोई छोटी घटना हो जाए, तो उसका आयोजन पर कोई असर नहीं पड़ता। वह वाराणसी के  थे, जहां उन्होंने कहा कि वह बचपन में वाराणसी आए थे और अब महाकुंभ के समय फिर से यहां आए हैं। उन्होंने अयोध्या के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले सात-आठ वर्षों से वह वहां आ रहे हैं लेकिन काशी आने का सौभाग्य बहुत वर्षों बाद मिला है। यहां मैं मंदिरों के दर्शन के साथ प्रयागराज के संगम में स्नान करने जाएंगे।

इसके अलावा, उन्होंने अपने पिता दारा सिंह के हनुमान जी के किरदार से जुड़े अनुभव साझा किए। उनका कहना था कि उनके पिता ने हमेशा हनुमान जी के किरदार में नॉनवेज और बुरे विचारों से दूर रहने की सलाह दी थी, क्योंकि हनुमान जी की कृपा ही उन्हें और उनके परिवार को सफलता दिलाती थी। बिंदु दारा सिंह ने बनारस के विकास पर भी बात की। उनका कहना था कि 2014 से पहले बनारस की तस्वीर कुछ और थी, लेकिन अब यहां काफी विकास हो चुका है, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के रूप में। वह उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में बनारस और भी ज्यादा विकसित होगा।

      पहलवान की पी लस्सी, बोले "वाह" क्या बात

रामानंद सागर के रामायण सीरियल में भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त हनुमान जी का किरदार निभाने वाले एवं देश के प्रसिद्ध रेसलर स्वर्गीय दारा सिंह के पुत्र प्रसिद्ध अभिनेता बिंदु दारा सिंह रविवार की शाम को लंका स्थित पहलवान लस्सी की प्रसिद्ध दुकान पर पहुंचे और वहां पहलवान मनोज यादव द्वारा बनाई गई लाजवाब लस्सी का आनंद लिया। लस्सी का एक घूंट पीते ही कहा वाह भाई वाह, पहलवान का लस्सी है लाजवाब। अभिनेता बिंदु दारा सिंह लस्सी के एक एक घूंट को लाजवाब बताते हुए कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी की यह लस्सी उन्हें जीवन भर याद रहेगी। लस्सी का एक-एक घूंट दिल व शरीर को आनंद प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बहुत लस्सी पी है, पंजाब की लस्सी बहुत प्रसिद्ध है लेकिन आज बनारस की लस्सी पीकर बहुत ही अच्छा लगा। पहलवान मनोज यादव द्वारा बनाया गया यह लस्सी बाबा का प्रसाद बहुत है जो शानदार है। उन्होंने कहा कि काशी तो खान-पान के लिए प्रसिद्ध है और आज जब वह काशी की धरती पर उतरे तो उनकी यही इच्छा थी कि वह पहलवान लस्सी की दुकान पर जल्द से जल्द पहुंचे और लस्सी पीकर मन को तृप्त करें। पहलवान लस्सी का जैसा नाम सुना था वैसा ही यहां पर आकर देखा। दुकान की सबसे बड़ी खासियत ये है कि पहलवान लस्सी के अधिष्ठाता पहलवान मनोज यादव की लस्सी जितनी बढ़िया है उससे ज्यादा उनका व्यवहार है।

सरल और निश्चल जीवन जीने वाले पहलवान मनोज यादव से मिलकर भी बहुत अच्छा लगा। दुकान पर पहुंचने पर पहलवान मनोज यादव और उनके पुत्र यादव ने उनका हर हर महादेव के साथ स्वागत किया और उनको अपनी दुकान पर पाकर बहुत ही प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आपके रूप में हम आपके पिता दारा सिंह को देखकर भी अभिभूत हो गए।

बिंदु दारा सिंह वाराणसी के लंका स्थित वीर जी रेस्टोरेंट का उद्घाटन करने के लिए  वाराणसी पहुंचे थे। वीर रेस्टोरेंट का उद्घाटन करने के पश्चात वह लंका रविदास गेट स्थित पहलवां लस्सी की दुकान पर पहुंचे और लस्सी पी। इस मौके पर बृजेश यादव, संजय यादव, विशाल यादव, निखिल यादव उपस्थित थे।