फिर उफना जनज्वार ... प्रशासन लाचार

बाबा दरबार में दर्शन के लिए लगी 3 किलोमीटर लंबी लाइन, मणिकर्णिका द्वार बंद किया गया
सात दिन में 35 लाख लोग आए काशी, एक घाट से एक मिनट में गुजरीं 30 नावें
वाराणसी (रणभेरी सं.)। महाकुंभ पलट प्रवाह से एक बार फिर काशी शहर थम गया। हर दिन महादेव की नगरी में 8 से 10 लाख लोग आ रहे हैं। जिसकी वजह से हर चौक-चौराहों पर वाहनों का रेला है। लोगों को घंटों तक जाम में फंसना पड़ रहा है। सुबह से ही वाराणसी के गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई देने लगती है। स्नान कर निकाल रहे श्रद्धालुओं को बाहर निकलने के लिए घंटों तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मणिकर्णिका द्वार बंद कर दिया गया है। वहीं बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की 3-4 किलोमीटर तक लंबी लाइनें लगी हैं। जिसमें श्रद्धालूओं को चार से पांच घंटे तक लाइनों में खड़े होना पड़ रहा है। वीकेंड में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी सभी टीम को अलर्ट कर दिया है। बाबा विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने मणिकर्णिका द्वार को बंद कर दिया है। अब श्रद्धालुओं को चौक की तरफ से घाट की तरफ भेजा रहा है। जगह-जगह बैरीकेडिंग करके श्रद्धालुओं की भीड़ को काबू करने का प्रयास पुलिस फोर्स द्वारा किया जा रहा है।
हर दिन लाखों श्रद्धालु कर रहे दर्शन और गंगा स्नान
महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालु वाराणसी पहुंच रहे हैं। यहां कैंट स्टेशन के बाहर निकलकर यात्री सीधे गदौलिया की तरफ पहुंच रहे हैं। इस वजह से मैदागिन से गदौलिया, सोनारपुरा, नई सड़क और दशाश्वमेध घाट जाने वाले पूरे रास्ते श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं। ट्रेनों से हर दिन लगभग डेढ़ से दो लाख यात्री ट्रेनों से वाराणसी कैंट पर उतर रहे हैं। वहीं रोडवेज की 350 बसों से रोजाना 18 हजार लोग आ रहे हैं। विश्वनाथ धाम के आंकड़ों के अनुसार, इस हफ्ते करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। पुलिस प्रशासन ने प्रमुख चौक-चौराहों पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया है। जबकि बढ़ती भीड़ को देखते हुए बाहरी गाड़ियों को वाराणसी के बॉर्डर पर ही रोक दिया जा रहा है। गंगा घाट पर भी श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ है कि लोगों को घाटों से बाहर निकलने की जगह तक नहीं मिल रही है। घंटों की जद्दो-जहद के बाद एक घाट से दूसरे घाट पर श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
मंदिरों में लगी रही भक्तों की लंबी कतार
बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव मंदिर में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही। हाईवे पर रामनगर टेंगरा मोड़ से डाफी टोल प्लाजा, अखरी बाईपास और चुनार रोड अंडरपास में इस कदर जाम रहा कि बाइक सवार भी आगे नहीं बढ़ पाए। मंडुवाडीह और लहरतारा-बौलिया मार्ग भी जाम की चपेट में रहा। शाम के समय लहरतारा से कलेक्ट्री फार्म पहुंचने में लोगों को 40 से 50 मिनट लग लग गए। मिजार्मुराद, कछवा रोड, राजातालाब, रोहनिया और हरहुआ रिंग रोड चौराहे पर दिन भर जाम के बीच वाहन रेंगते रहे।
गोदौलिया से गलियों में भीड़ की जा रही डायवर्ट
काशी विश्वनाथ मंदिर में बैरिकेडिंग के अंदर दो लाइन में दर्शनार्थियों की कतार लगी रही। यह कतार गेट नंबर चार से होते हुए चौक, नीचीबाग, बुलानाला, मैदागिन और कोतवाली तक पहुंची है। साथ ही शहर के आलाधिकारी खुद सड़क पर उतरकर भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं। डीसीपी गौरव कुमार बंसवाल ने बताया कि प्रयागराज में दिव्य महाकुंभ चल रहा है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। इसे लेकर बनारस में भी भक्तों की भारी भीड़ पहुंच रही है। गदौलिया मैदागिन में काफी भीड़ है। घाट पर भी काफी भीड़ हो रही है। इसे देखते हुए शहर के प्रमुख स्थानों पर डायवर्जन किया गया है। कई मार्गों पर चार पहिया वाहनों को पूरी तरीके से रोक दिया गया है। साथ ही बाहरी गाड़ियों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जा रहा है। वहां मौजूद पार्किंग में उनकी गाड़ियों को खड़ा कराया जा रहा है। भारी भीड़ की वजह से किसी भी तरीके की अप्रिय घटना न हो, इसको रोकने के लिए सीसीटीवी और ड्रोन से घाट सड़क और प्रमुख स्थलों की निगरानी की जा रही है।
प्रयागराज से 9 फरवरी को बड़ी संख्या में पहुंचेंगे अखाड़ों के साधु-संत
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जूना अखाड़ा के महंत हरि गिरी महाराज से भेंट की। उन्होंने प्रयागराज महाकुम्भ से 9 फरवरी को आने वाले साधु-संतों और धमार्चार्यों के कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी ली। अफसरों ने साधु-संतों के आगमन, प्रवास और शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत वार्ता की। महंत ने बताया कि 9 फरवरी को बड़ी संख्या में साधु-संत काशी पहुंचेंगे। पुलिस आयुक्त ने साधु-सन्तों के आगमन, प्रवास और शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा तथा यातायात व्यवस्था के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को विशेष प्रबंध के लिए निर्देशित किया। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन सरवणन टी. अपर जिलाधिकारी नगर आलोक वर्मा, अपर पुलिस उपायुक्त यातायात राजेश पांडेय मौजूद थे।
जिलाधिकारी और अपर पुलिस कमिश्नर ने गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे का किया निरीक्षण
वाराणसी (रणभेरी सं.)। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और अपर पुलिस कमिश्नर डॉ. एस. चिनप्पा ने श्रद्धालुओं/दर्शनार्थियों के सुगम दर्शन, सुचारू आवागमन व भीड़ नियंत्रण को लेकर गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे का निरीक्षण किया और पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी और अपर पुलिस कमिश्नर गिरजाघर गोदौलिया चौराहे से पैदल चलते हुए ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को निर्देश देते रहे और लोगों से भी आवश्यक सहयोग करने व कतारबद्ध होकर चलने की अपील करते रहे। गोदौलिया चौराहे पर खोया पाया केंद्र भी बनाया गया है ताकि श्रद्धालुओं के परिवार के कोई भी सदस्य गुम हो जाता है तो वह आकर एलाउंसमेंट के जरिए उनके परिवार से मिलाया जा सके। मौके पर पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
होटल, लॉज और गेस्ट हाउस फुल, स्टेशन पर कट रही रातेंमहाकुंभ का असर ऐसा है कि शहर के छोटे-बड़े सभी होटल, गेस्ट हाउस, लॉज और होम स्टे तक फुल है। पिछले 15 दिनों से यही क्रम बना हुआ है, कहीं भी कमरे खाली नहीं मिल रहे हैं। अधिकतर होटल, गेस्ट हाउस के कमरों को आॅनलाइन ट्रैवेल्स कंपनियों ने बुक करवा लिया है। वह अपने हिसाब से कमरों को बेच रही हैं। वहीं, होम स्टे भी आॅनलाइन बुक हो जा रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक ठौर मिलना मुश्किल हो गया है। गुजरात से पहुंचे श्रीनिवासन ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात में सपरिवार काशी आए, लेकिन कहीं भी होटल, गेस्ट हाउस और लॉज नहीं मिला। अधिक पैसे देने पर भी कहीं कमरे नहीं मिले। मजबूरी में कैंट स्टेशन के होल्डिंग एरिया में ठहरना पड़ा। टूर आपरेटर सुधांशु सक्सेना ने बताया कि आने वाले हफ्ते भर तक शहर के होटलों में कमरे मिलना मुश्किल है।
लंका क्षेत्र में सुबह से ही लगा जाम, पुलिस के छूटे पसीने
प्रयागराज के बाद काशी में श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह चल रहा है। एक दिन में लाखों श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन और गंगा स्नान के लिए काशी आ रहे हैं। ऐसे में शहर के कई क्षेत्रों में सुबह से ही जाम की स्थिति हो गई है। लंका थाना क्षेत्र में सुबह से ही लोग जाम से जूझने लगे हैं। रविदास गेट से लेकर लंका गेट और लंका गेट से लेकर रविंद्रपुरी तक जाम लगा हुआ है। दो पहिया और चार पहिया वाहन इसमें धीरे-धीरे रेंगते नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिसकर्मी इस जाम को छुड़ाने के लिए पसीना बहा रहे हैं। जाम के कारण लोग परेशान दिखे। स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम का प्रमुख कारण गलत लेन में घुसना और बेतरबीब खड़ी वाहन हैं। जाम में फंसे लोग धूप से व्याकुल नजर आए।