वाराणसी-नई दिल्ली के बीच चलेगी 20 कोच की पहली वंदे भारत ट्रेन

वाराणसी-नई दिल्ली के बीच चलेगी  20 कोच की पहली वंदे भारत ट्रेन

वाराणसी (रणभेरी सं.)। नई दिल्ली-वाराणसी रूट पर संचालित 16 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन अब 20 कोच के साथ चलेगी। 15 सितंबर को इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन में चार चेयरकार कोच और जुड़ जाएंगे। इस तरह यह देश की पहली वंदे भारत ट्रेन होगी, जो 20 कोच के साथ चलेगी। 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

रेल अधिकारियों के अनुसार देश में अब तक कहीं भी 20 कोच की वंदे भारत ट्रेन नहीं संचालित हो रही है। कैंट वाराणसी को यह उपलब्धि हासिल होने जा रही है। मंगलवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर एडीआरएम, स्टेशन निदेशक समेत अन्य अधिकारियों ने वंदे भारत के संचालन और तैयारियों की समीक्षा की। 

उत्तर रेल अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ 15 वंदे भारत ट्रेनों का वर्चुअली शुभारंभ कर रहे हैं। कैंट स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि पहले दिन 20 कोच की रैक चलेगी, जो प्रयागराज तक जाएगी और पुन: लौटेगी। दूसरे दिन 16 सितंबर से सुबह छह बजे चलने वाली 22415 वंदे भारत एक्सप्रेस में 20 कोच एक साथ जुड़कर चलेंगे। 

रेल अधिकारियों के अनुसार इस ट्रेन में यात्रियों का दबाव भी अधिक रहता है। इसलिए चार और कोच जुड़ने से यात्रियों को काफी राहत होगी। त्योहार के समय में कंफर्म सीटें मिल सकेंगी। उधर, देवघर से वाराणसी वंदे भारत और आगरा-बनारस वंदे भारत को भी प्रधानमंत्री वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे। इसकी तैयारियों की रेल अधिकारियों ने समीक्षा की। सुरक्षा व संरक्षा को लेकर विशेष जोर दिया गया।
 

वंदे भारत में बढ़ जाएंगी 312 सीट

रेल अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन के एक कोच में 78 सीटें होती हैं। इस तरह चार कोच में 312 यात्री और बढ़ जाएंगे। वाराणसी-नई दिल्ली रूट पर यात्रियों का दबाव भी अधिक होता है। वाराणसी-नई दिल्ली रूट पर प्रयागराज और कानपुर में ही सिर्फ दो ठहराव है। 16 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही 18 दिसंबर को मिजार्मुराद स्थित जनसभा से वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।